Petrol: देश में अगर ईंधन की कीमतों में इजाफा होता है तो लोगों की जेब पर भी इसका फर्क पड़ता है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमतें भी लोगों पर काफी असर डालती है. इस बीच एक देश में फिर से पेट्रोल के दाम बढ़ सकते हैं. यह देश पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान है, जहां आर्थिक संकट देखने को मिल रहा है. ऐसे में अब नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार पेट्रोल की कीमतों में 10-14 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी करने जा रही है.
पेट्रोल
पेट्रोल की कीमत बढ़ने से पहले से ही आसमान छूती महंगाई से त्रस्त जनता पर और बोझ पड़ेगा. ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ ने उद्योग जगत के सूत्रों के हवाले से पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ने की आशंका जताई है. इसके मुताबिक, “संघीय सरकार वैश्विक बाजारों में बढ़ती तेल कीमतों का हवाला देते हुए पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढा सकती है.”
पेट्रोल की कीमत
पाकिस्तान सरकार हर पखवाड़े पेट्रोलियम कीमतों की समीक्षा करती है. पिछली समीक्षा के विपरीत यदि सरकार विनिमय दर घाटे को भी समायोजित करती है तो यह बढ़ोत्तरी 14 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती है. पिछली बार सरकार ने डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये के कमजोर होने का बोझ जनता पर नहीं डाला था. पाकिस्तान में पेट्रोल की तेल डिपो पर मौजूदा कीमत 272 रुपये प्रति लीटर है.
कीमत में इजाफा
अगर सरकार ने तेल की वैश्विक मूल्य वृद्धि का बोझ उपभोक्ताओं पर डाला तो यह कीमत 286.77 रुपये प्रति लीटर तक हो सकती है. सरकार पेट्रोल पर शून्य सामान्य बिक्री कर के साथ 50 रुपये प्रति लीटर का उपकर भी लगाती है. हालांकि हाई-स्पीड डीजल के दाम में कोई बदलाव होने की संभावना कम है. अगर सरकार विनिमय दर घाटे को समायोजित नहीं करती है तो डीजल की कीमत में 15 रुपये प्रति लीटर तक की गिरावट हो सकती है