KYC violations By Paytm Bank: रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPB) का मामला दिन पर दिन उलझता जा रहा है. रिजर्व बैंक की तरफ से कस्टमर केवाईसी उल्लंघन से जुड़े लाखों मामले पाए गए हैं. इन मामलों के सामने आने के बाद आरबीआई (RBI) की मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. आरबीआई की जांच में ऐसे कई मामले पाए गए जिनमें बड़ी संख्या में ग्राहकों का केवाईसी और PAN वेरिफिकेशन नहीं किया गया. कुछ मामलों में 100 ज्यादा ग्राहकों को एक ही PAN से लिंक किया गया. ऐसे भी मामले सामने आए जिनमें 1000 से ज्यादा कस्टमर को एक PAN से लिंक कर दिया गया.
1 मार्च से नए फंड स्वीकार करने पर पाबंदी
इस मामले पर पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रवक्ता ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया कि आरबीआई की तरफ से दिया गया हालिया निर्देश कम्पलायंस प्रोसेस (Compliance Process) का हिस्सा है. जबकि अखबार की तरफ से दावा किया गया कि प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट के मामले में आरबीआई को यह जानकारी मिली है कि मिनिमम परमिटिड केवाईसी के जरिये करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है. आपको बता दें हाल ही में 31 जनवरी को पेटीएम पेमेंट्स बैंक मैनेजमेंट से महीनों की चर्चा के बाद, आरबीआई ने 1 मार्च से खातों और वॉलेट में नए फंड स्वीकार करने पर पाबंदी लगा दी है. हालांकि पैसा निकालने और ट्रांसफर करने की सुविधा पहले की ही तरह जारी रहेगी.
आरबीआई ने नहीं बताया किस कारण कार्रवाई की
आरबीआई की तरफ से जारी किये गए आदेश में यह नहीं बताया गया था कि बैंक पर किस कारण कार्रवाई की गई है. जानकारी मिली है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक ने आरबीआई की लाइसेंसिंग से जुड़ी शर्तों का भी पालन नहीं किया. आरबीआई को फाइनेंशियल और नॉन- फाइनेंशियल कारोबार का पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशन (One97 Communication) के साथ जुड़े होने का शक था. इसके अलावा बैंक को वन97 कम्युनिकेशंस को एक बड़ी राशि का भुगतान करना था. इसका भी फाइनेंशियल स्टेटमेंट में खुलासा नहीं किया गया.
पेटीएम पेमेंट्स बैंक के स्पोकस पर्सन ने टीओआई से हुई बातचीत में बताया कि बैंक ने टाइम-टाइम पर केंद्रीय बैंक की तरफ से मिली सुपरवाइजरी इंस्ट्रक्शन का पालन किया है. ऐसे में आरबीआई की तरफ से 31 जनवरी को जारी हुई प्रेस रिलीज को लेकर किसी भी प्रकार की अटकलों पर ध्यान नहीं दें.