छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले से जुड़े करोड़ों के गोल्ड लोन घोटाले में बड़ी कार्रवाई हुई है। राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने इंडियन ओवरसीज बैंक, राजिम शाखा की पूर्व असिस्टेंट मैनेजर अंकिता पाणिग्रही को ओडिशा के बरगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है।

1.65 करोड़ का गोल्ड लोन फ्रॉड: बंद खातों को बनाया टारगेट

जांच में खुलासा हुआ है कि अंकिता पाणिग्रही ने 2022 में बंद या निष्क्रिय खातों का इस्तेमाल कर, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 1.65 करोड़ रुपये के गोल्ड लोन स्वीकृत किए।
यह राशि सीधे बैंक से निकाली गई और हेराफेरी करके गबन कर ली गई।

2023 में दर्ज हुआ मामला, EOW की टीम कर रही गहन पूछताछ

बैंक द्वारा शिकायत दर्ज करने के बाद EOW ने 2023 में घोटाले की जांच शुरू की थी।
अंकिता के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(क) और IPC की धारा 409 के तहत मामला दर्ज है।

फर्जीवाड़े में और भी नाम हो सकते हैं शामिल, जांच में जुटी EOW

EOW अधिकारी मानते हैं कि इस घोटाले में अन्य बैंककर्मी या बाहरी सहयोगी भी शामिल हो सकते हैं।
फिलहाल अंकिता से रिमांड पर पूछताछ जारी है और नए खुलासों की उम्मीद की जा रही है।

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