
Panchayat 4 Review in Hindi: अमिताभ विजय कुमार द्वारा निर्देशित, ‘पंचायत सीजन 4’ अब Amazon Prime Video पर स्ट्रीम हो चुका है। हर बार की तरह इस बार भी फैंस की उम्मीदें आसमान छू रही थीं, लेकिन क्या यह सीजन उन पर खरा उतर पाया? आइए जानें सोशल मीडिया पर मिल रही प्रतिक्रिया और इस सीजन के सबसे बड़े ट्विस्ट के बारे में…
पंचायत 4 में कौन बना फुलेरा का नया प्रधान?
‘पंचायत सीजन 4’ की कहानी चुनाव की पृष्ठभूमि पर आधारित है। मंजू देवी और क्रांति देवी के बीच चुनावी टक्कर दिखाई गई है।

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शो देखने के बाद कई दर्शकों ने ट्विटर पर रिवील कर दिया है कि इस बार फुलेरा की गद्दी पर क्रांति देवी ने कब्जा किया है।
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यानी इस बार मंजू देवी चुनाव हार गईं और यह फैंस के लिए बड़ा शॉक था।
फैंस बोले – ‘सीन तो दमदार हैं, लेकिन पहले जैसा मजा नहीं आया’
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एक यूजर ने लिखा, “पंचायत सिर्फ शो नहीं, ये सिनेमा का एक इंस्टीट्यूशन है। स्टोरी, इमोशंस और हर फ्रेम में कला है। लेकिन इस बार…कुछ जीत, हार से ज़्यादा दुख देती है।”
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एक और ट्वीट में यूजर ने सचिव जी के थप्पड़ वाले सीन को अपना फेवरेट मोमेंट बताया।
दर्शकों को क्यों नहीं भाया नया सीजन?
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कई यूजर्स ने ‘पंचायत 4’ को ओवरड्रामा बताया है।
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एक यूजर का कहना है कि “डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले में कुछ बदल गया है, पहले जैसी सादगी और सिंप्लिसिटी अब महसूस नहीं होती।”
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दर्शकों ने यह भी कहा कि ह्यूमर गायब हो गया है, और सीजन बहुत राजनीतिक हो गया है।
फैंस को किसकी कमी सबसे ज्यादा खली?
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शो में पुराने कैरेक्टर्स की भावनात्मक गहराई और नैचुरल ह्यूमर की कमी फैंस को खली।
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एक यूजर ने लिखा, “ये सीजन खींचा हुआ लगा और सिग्नेचर पंच गायब थे।”
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कई लोगों को लगा कि राइटर्स ने चुनावी ड्रामा में क्लासिक पंचायत वाली मासूमियत खो दी है।
