भिलाई: सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग एवं छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम पानाबरस परियोजना मंडल, राजनांदगांव द्वारा संयुक्त रूप से नंदिनी लाईम स्टोन खदान में 20,000 पौधे के रोपण हेतु 15 मई 2024 को होटल इम्पिरियन, चौहान टाउन में वृक्षारोपण पर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (रावघाट) समीर स्वरूप तथा कार्यपालक निदेशक (माइंस) बी के गिरी, पानाबरस परियोजना मंडल, राजनांदगांव के डिवीजनल मैनेजर होमलाल साहू, डिप्टी डिवीजनल मैनेजर विरेन्द्र कुमार पटेल, परियोजना रेंज अधिकारी (औद्योगिक वृक्षारोपण रेंज, भिलाई) ऋषिन शर्मा, सहायक परियोजना रेंज अधिकारी (औद्योगिक वृक्षारोपण रेंज, भिलाई) गोपाल राजपूत सहित फील्डमैन वैशाली मानस, औद्योगिक वृक्षारोपण रेंज, भिलाई के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

इसके अतिरिक्त संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) श्री जे वाइ सपकाले, मुख्य महाप्रबंधक (रावघाट) अरूण कुमार, मुख्य महाप्रबंधक (आई ओ सी राजहरा) श्री आर बी गहरवार, महाप्रबंधक (माइंस) अनुपम बिष्ट, महाप्रबंधक (सीएसआर)  शिवराजन नायर, महाप्रबंधक (जनसम्पर्क) प्रशान्त तिवारी, उपमहाप्रबंधक (उद्यानिकी) श्री एन के जैन, सहायक प्रबंधक (कार्मिक) के के साहू, वरिष्ट प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे, उप प्रबंधक (सीएसआर) कमलकांत वर्मा सहित गोपाल व श्री ज्ञानेश्वर ने नंदिनी खदान में वृहद वृक्षारोपण हेतु आयोजित इस परिचर्चा में भाग लिया। नंदिनी खदान में 12 हेक्टेयर क्षेत्र में 20,000 पौधे का रोपण किया जाएगा।

20,000 पौधे के रोपण हेतु 1,65,000 रूपये की राशि का व्यय कर वृहद वृक्षारोपण के कार्य को पूरा किया जाएगा।
कार्यपालक निदेशक (रावघाट)समीर स्वरूप ने अपने उद्बोधन में कहा कि संबंधित क्षेत्र के खदान उद्योग की जिम्मेदारी होती है वहां के पर्यावरण के संरक्षण की। भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपने खदान क्षेत्रों दल्ली, नंदिनी, हिर्री खदान के साथ-साथ रावघाट में भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति ध्यान केंद्रित कर प्रयास कर रहा हैं। इसके साथ ही संयंत्र में उत्पादन प्रक्रिया में भी पर्यावरण अनुकूल उपायों का समावेश किया जा रहा है।

भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा पर्यावरण के संरक्षण के लिए विभिन्न पहल किये जा रहे हैं। विगत वर्ष में संयंत्र द्वारा 57,000 पौधे रोपित किए गए है। कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी के गिरी ने परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं। भिलाई इस्पात संयंत्र, पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमेशा से ही सजग रहा है तथा पर्यावरण के संतुलन व संरक्षण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप संयंत्र, खदान, टाउनशिप के आस-पास के क्षेत्रों में वृहद वृक्षारोपण गतिविधियों को अंजाम दिया है।

विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए पर्यावरण का संतुलन अति आवश्यक है। पर्यावरण के संरक्षण हेतु संयंत्र, राज्य शासन के सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हम राज्य वन विकास निगम के सहयोग से हर स्तर पर प्रयास करेंगे।

पानाबरस परियोजना मंडल, राजनांदगांव के डिवीजनल मैनेजर होमलाल साहू ने जानकारी देते हुए कहा कि 6 लाख पौधों का रोपण किया जा चुका है। राज्य शासन, संयंत्र के वृक्षारोपण के कार्यक्रमों में पूर्ण सहयोग करती है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि इस बड़े प्रोजेक्ट पर हमें संयंत्र के साथ मिलकर काम करने के अवसर प्राप्त हो रहा है। वन विकास निगम की टीम इस परियोजना को सफल बनाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (सीएसआर) सुशील कामडे तथा धन्यवाद ज्ञापन मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) श्री जे वाइ सपकाले ने किया।

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