
रायपुर। राजधानी के जिला शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 11वीं तक की तिमाही परीक्षाएं इस महीने कराने का आदेश जारी किया है। विभाग ने 17 सितंबर को आदेश जारी करते हुए 22 सितंबर से परीक्षा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, परीक्षा के प्रश्न पत्र भी स्कूल स्तर पर ही तैयार करने का फरमान सुनाया गया है।
नवरात्रि में परीक्षा कराने से छात्रों में रोष
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नवरात्रि के दिनों में कई विद्यार्थी व्रत-उपवास रखते हैं।
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कक्षा 5 से लेकर 11वीं तक के बच्चों पर इसका सीधा असर पड़ेगा।
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त्योहार के दौरान परीक्षा लेने से बच्चे सनातनी पर्व से दूर हो सकते हैं।
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अचानक तय की गई परीक्षा से छात्रों की तैयारी और नतीजों पर भी असर पड़ने की आशंका है।
निजी स्कूलों में पहले से ही परीक्षाएं
यहां ध्यान देने योग्य है कि नवरात्रि के महत्व को देखते हुए राजधानी और प्रदेश के अधिकांश निजी स्कूलों ने पहले ही तिमाही व अर्धवार्षिक परीक्षाएं आयोजित कर ली हैं। वहीं सरकारी स्कूलों में अचानक परीक्षा का आदेश अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।

शिक्षा विभाग के आदेश पर उठ रहे सवाल
जिला शिक्षा विभाग के इस निर्णय को लेकर अभिभावकों और शिक्षाविदों में नाराज़गी है। उनका मानना है कि बच्चों की धार्मिक आस्था और पढ़ाई दोनों पर असर पड़ेगा। कई लोग इसे तुगलकी फरमान मान रहे हैं और आदेश पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं।
