बांग्लादेश/राष्ट्रीय चुनाव|News T20: बांग्लादेश में रविवार को 12वें राष्ट्रीय चुनाव में काफी हद तक शांतिपूर्ण माहौल के बीच मतदान समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने मतपत्रों का मिलान शुरू कर दिया है।42,024 मतदान केंद्रों के 261,912 मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ और शाम 4 बजे तक जारी रहा।
बांग्लादेश में कुल 299 संसदीय सीटों पर चुनाव हुआ है, जबकि एक सीट पर कैंडिडेट के निधन के बाद चुनाव को स्थगित कर दिया गया था। हालांकि, वोटिंग केंद्रों पर लोग अभी भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने का इंतजार कर रहे हैं।
बांग्लादेश चुनाव आयोग ने कहा है, कि पहले सात घंटों में सुबह 8 बजे से दोपहर 3 बजे तक 27% वोट डाले गए। हालांकि, 4 बजे तक कुल मिलाकर 40 प्रतिशत वोट डाले गये हैं, जो काफी कम वोटिंग है, जिसका मतलब साफ है, कि विपक्ष का वोटिंग का बहिष्कार करने की मांग का काफी लोगों का समर्थन मिला है।
विपक्ष का बहिष्कार अभियान रहा सफल!
जनकारी के मुताबिक बांग्लादेश चुनाव आयोग के अधिकारी जहांगीर आलम ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा, कि मतदान बंद होने से एक घंटे पहले, स्थानीय समयानुसार दोपहर 3 बजे तक मतदाता मतदान लगभग 27.15 प्रतिशत था।
हालांकि, स्वतंत्र चुनाव पर्यवेक्षक और नागरिक समाज कार्यकर्ता बदुल आलम मजूमदार का कहना है, कि उन्हें चुनाव आयोग अधिकारी आलम के दावे पर संदेह है।
मजूमदार ने कहा, कि उनका संगठन शुजोन इस साल आधिकारिक तौर पर चुनाव नहीं देख रहा है, वे इसे “बिल्कुल भी उचित चुनाव” नहीं मानते हैं।
लेकिन हम निश्चित रूप से अनौपचारिक रूप से चुनाव की निगरानी कर रहे हैं। इसमें गंभीर रूप से कम मतदान हुआ है।
जब मजूमदार से पूछा गया कि क्या उन्होंने खुद मतदान किया है तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, ‘इस पर कोई टिप्पणी नहीं।’
आपको बता दें, कि बांग्लादेश में यह पहली बार नहीं है जब विपक्ष ने चुनाव बहिष्कार का आह्वान किया है। इससे पहले 2014 में भी विपक्ष ऐसा कर चुका है। तब अवामी लीग को 300 में से 263 सीटों पर सफलता हासिल हुई थी। इस बार भी माना जा रहा है कि अवामी लीग उसी प्रदर्शन को दोहरा सकता है।
दावे किए गये हैं, कि कई सीटों पर प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी ने विपक्ष में डमी कैंडिडेट्स को चुनाव में उतारा है, ताकि चुनाव को वैधानिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मंजूरी मिल सके।
बांग्लादेश की एक सदनीय जातीय संसद में 350 सदस्य होते हैं, जिनमें से 300 सांसद हर पांच साल में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों में चुने जाते हैं। सत्तारूढ़ दल/गठबंधन द्वारा नियुक्त महिलाओं के लिए पचास सीटें आरक्षित हैं। बांग्लादेश के संसद में राज्यसभा नहीं होता हैं।
इस बार के चुनाव में कुल 1,896 उम्मीदवार चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। प्रति सीट औसतन 6.32 उम्मीदवार हैं। जिसमे लगभग 5 प्रतिशत उम्मीदवार महिलाएं हैं।