जगदलपुर / रायपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में चार जवानों की मौत के बाद डीजीपी अशोक जुनेजा ने सीआरपीएफ के एडीजी और अन्य अधिकारियों के साथ जॉइंट मीटिंग की. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा. हालांकि उन्होंने ज्यादा सतर्कता के साथ काम करने पर जोर दिया. छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ के बीच बेहतर समन्वय के साथ जॉइंट ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया है.
डीजीपी के साथ बैठक में सीआरपीएफ के एडीजी वितुल कुमार, छत्तीसगढ़ के एडीजी एंटी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा, आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी आरएन दाश, कमललोचन कश्यप, सीआरपीएफ डीआईजी सुनीत कुमार राय, सुशील कुमार मिश्रा, नारायणपुर एसपी पुष्कर शर्मा, कोंडागांव एसपी दिव्यांग पटेल, कांकेर एसपी शलभ सिन्हा, सुकमा एसपी सुनील शर्मा, बीजापुर एसपी आंजनेय वार्ष्णेय के साथ-साथ आईटीबीपी और बीएसएफ के अधिकारी मौजूद थे.
बैठक में नई कैम्प लगाने, सड़क सुरक्षा, निर्माणाधीन पुल-पुलियों, सामुदायिक पुलिसिंग के साथ-साथ अन्य विकास कार्य, जनप्रतिनिधियों व लोगों की सुरक्षा और टीसीओसी अवधि के दौरान विशेष सतर्कता बरतते हुए नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. डीजीपी ने और बेहतर समन्वय के साथ नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज करने पर जोर दिया. उन्होंने पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों में समन्वय के साथ सभी काम करने कहा.