दुर्ग / सांसद विजय बघेल ने कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ), दुर्ग द्वारा तैयार ’’प्रो ट्रे’’ में हल्दी के पौधे प्रगतिशील किसानों को वितरित किये। ये पौधे भारतीय सुपारी एवं मसाला निदेशालय कालीकट केरल द्वारा कृषि विश्वविद्यालय में संचालित अनुसंधान परियोजनाओं के अंतर्गत विकसित किये गये हैं। इस परियोजना के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ), दुर्ग द्वारा हल्दी की पौध तैयार कर प्रदर्शन हेतु किसानों को वितरित किये जा रहे है।
कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ), दुर्ग के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विजय जैन एवं विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. कमल नारायण वर्मा ने बताया कि परम्परागत कृषि में हल्दी के बीज की मात्रा अधिक लगती है ’’प्रो ट्रे’’ विधि में अपेक्षाकृत कम बीज में पौधे की नर्सरी तैयार की जाती है, जिससे प्रति एकड़ लगभग 5-6 क्विंटल बीज की बचत होती है। साथ ही किसानों को हन्दी की खेती में एक माह का समय भी बच जाता है।