गरियाबंद। मासूम भतीजे को बचाने के लिए बुआ ने गहरे कुएं में छलांग लगा दी। जांबाज बुआ ने ना सिर्फ अपने भतीजे को गहरे कुएं से सुरक्षित निकाला, बल्कि थम चुकी सांस को भी लौटाया। मामला गरियाबंद से केरेगांव का है, जहां भतीजे को कुएं में डूबा देख बुआ ने कुएं में छलांग लगा दी। हालांकि तब तक बच्चे के पेट में पानी भर चुका था और सांस लगभग बंद हो रही थी। युवती ने ना सिर्फ बच्चे के पेट में भरा पानी दबाकर और बच्चे को उल्टा कर निकाला। इसके बाद बच्चे को मुंह से सांस दी तब जाकर बच्चे की धड़कन फिर चालू हुई। बच्चे को रायपुर रेफर किया गया है।
डेढ़ साल का बच्चा कुआं के पास खेल रहा था, खेलते हुए वो कुएं में गिर गया। बच्चे को गिरते हुए उसकी दांदी ने देखा और शोर मचाया। तब तक मासूम हर्ष ध्रुव कुएं की गहराई में जा चुका था। शोर सुनकर कुछ और लोग पहुंचे, मगर गहरा कुआं देखकर हर कोई डरा हुआ था। इसी बीच बच्चे की बुआ गायत्री ध्रुव ने बच्चे की जान बचाने अपनी जान की परवाह ना करते हुए कुएं में छलांग लगा दी। नीचे बच्चे को ढूंढने पर उसकी सांस लगभग बंद हो रही थी।
इधर बच्चे को जब तक वो निकालती, तब तक पेट और सीने में पानी भर गया था। बच्चे को उल्टा कर पेट को दबाकर पानी निकाली। फिर भी सांस नहीं चालू हुई तो मुंह से बच्चे को सांस देकर कई बार फेफड़े में दबाने के बाद और खूब पानी निकला और बच्चे की सांस किसी तरह काफी मेहनत के बाद चालू हुई। ऊपर से दूसरे लोगों ने जब रस्सी फेंकी तो अपने साथ लपेटकर बच्चे को लेकर स्वयं ऊपर आई। हालांकि इस दौरान बच्चे की बुआ का पांव भी टूट गया। उसे भी गरियाबंद में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।