
गरियाबंद (छत्तीसगढ़) | पवित्र सावन मास की शुरुआत के साथ ही भगवान शिव के दरबार में श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भूतेश्वरनाथ धाम में आज सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। कांवड़ यात्रा कर आए शिवभक्तों, साधुओं और परिवारों ने जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष पूजा-अर्चना कर बाबा से अपने कल्याण की कामना की।
भूतेश्वरनाथ: स्वयंभू शिवलिंग का दिव्य चमत्कार
स्थानीय पंडितों और पुरोहितों के अनुसार भूतेश्वरनाथ का शिवलिंग ‘स्वयंभू’ है — यानी यह किसी मानव द्वारा स्थापित नहीं, बल्कि प्राकृतिक रूप से प्रकट हुआ है।
हर वर्ष यह शिवलिंग अपनी ऊंचाई और परिधि में वृद्धि करता है, जो इसे और भी चमत्कारी और आस्था का प्रतीक बनाता है।

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वर्तमान में शिवलिंग की ऊंचाई लगभग 80 फीट
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परिधि 210 फीट तक पहुंच चुकी है
यह विशेषता पूरे देशभर से भक्तों को यहां खींच लाती है।
श्रावण सोमवार की सुबह से ही लगी रही भीड़
भक्तों की भीड़ सूर्योदय से पहले ही मंदिर परिसर में जुटने लगी थी।
कांवड़ यात्रा पर निकले श्रद्धालु गायत्री नदियों और आसपास के जल स्रोतों से गंगाजल लेकर भूतेश्वरनाथ पर चढ़ा रहे हैं। मंदिर परिसर हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से गूंज उठा।
प्रशासन ने की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
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श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु पानी, स्वास्थ्य और छांव की व्यवस्था
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प्रशासन और पुलिस बल तैनात, ट्रैफिक को व्यवस्थित किया गया
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स्वयंसेवकों ने कतारों को नियंत्रित रखने में निभाई अहम भूमिका
