दुर्ग । शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज की स्टाफ नर्स ने हॉस्पिटल परिसर स्थित हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। स्टाफ नर्स का नाम दामिनी सिंह बताया जा रहा है जो की खेरागढ़ की निवासी है। रोजाना की तरह मृतिका की ड्यूटी हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में लगी थी, लेकिन आज वह ड्यूटी नहीं पहुंची। जब उसकी रूममेट ड्यूटी के बाद हॉस्टल पहुंची तब जाकर पता चला है कि युवती ने आत्महत्या कर ली है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
गामिनी कॉलेज कैंपस के हॉस्टल में ही रहती थी। सुबह 7 बजे उसकी रूम पार्टनर ड्यूटी गई थी। जब वो दोपहर 3 बजे लौटी तो गामिनी ने दरवाजा नहीं खोला। उसके बाद उसने बगल से देखा तो वो फंदे से लटकी हुई थी। लाश के ठीक सामने मोबाइल रखा मिला है।इसके बाद उसने इसकी जानकारी हॉस्पिटल और हॉस्टल प्रबंधन को दी। उन्होंने तुरंत पुलिस को बुलाया। अंदर जाकर देखा तो नर्स ने दुपट्टा से फंदा बनाकर खिड़की के सहारे फांसी लगाई थी।
पुलिस ने शव को नीचे उतारा।रूम पार्टनर की सूचना पर जब पुलिस हॉस्टल पहुंती तो गामिनी की लाश खिड़की से लटक रही थी। शव के ठीक सामने मोबाइल जिस स्थिति में मिला है उसे देखकर ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि फांसी लगाते समय वो किसी से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी। बहरहाल टीम मोबाइल जब्त कर ली है। जांच के बाद ही पूरा मामला साफ हो पाएगा कि आखिर नर्स ने क्यों जान दी।