मुंगेली / पंजीयन में जालसाजी की संभावना को कम करने के लिए एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जा रहा है। इसी क्रम में जिले के मुंगेली एवं पथरिया उप पंजीयक कार्यालय में जमीन की रजिस्ट्री इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी। एनजीडीआरएस प्रणाली में दस्तावेजों के पंजीयन के लिए पक्षकार अथवा उसके प्रतिनिधि को पहली बार वेबसाईट http://www.ngdrs.cg.gov.in/NGDRS.CG के सिटीजन पार्ट में ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद सिटीजन लाॅगिन कर संबंधित पंजीयन कार्यालय एवं विलेख प्रकार का चयन करना होगा आनलाईन उपलब्ध फार्म में पक्षकारों और संपत्ति का विवरण को भरने पर स्वतः बाजार मूल्य, स्टाम्प शुल्क एवं पंजीयन शुल्क की गणना हो जायेगी।
इसके बाद पंजीयन के लिए सुविधानुसार समय एवं तिथि का चयन कर अपाईमेंट बुक कर आवेदक निर्धारित तिथि में दस्तावेज एवं सभी आवश्यक अभिलेखों सहित पंजीयन कार्यालय उपस्थित होकर अपने दस्तावेज का पंजीयन करा सकेंगे। शुल्क प्राप्ति के पश्चात् वेरिफिकेशन उपरांत उसी दिन दस्तावेज के पंजीयन की कार्यवाही पूर्ण हो जायेगी एवं दस्तावेज की स्केनिंग बाद पक्षकार को मूल दस्तावेज की वापसी कर दी जाएगी।
नई व्यवस्था के लागू होने से समय की बचत होगी तथा दस्तावेजों का पंजीयन भी आसान हो जाएगा। इस प्रणाली में दस्तावेजों का पंजीयन ऑनलाइन सिस्टम से किया जाएगा। समस्त डाटा एनआईसी के क्लाउड सर्वर में सुरक्षित रखा जाएगा। जिले के मुंगेली एवं पथरिया उप पंजीयक कार्यालय में यह व्यवस्था 23 जनवरी से लागू हो चुकी है।
गौरतलब है कि राज्य के पंजीयन विभाग द्वारा जमीन रजिस्ट्री को पारदर्शी बनाने के लिए एनआईसी में पुणे में विकसित एनजीडीआरएस सॉफ्टवेयर को लागू किया जा रहा है। इस सॉफ्टवेयर में बेहतर प्रावधानों का समावेश किया गया है। सम्पत्ति के हक एवं स्वामित्व की जांच के लिए राजस्व विभाग के भुईया सॉफ्टवेयर से इसका इंटीग्रेशन किया गया है। आने वाले समय में आधार एवं पैन से जोड़कर पक्षकारों की शिनाख्ती एवं वेरिफिकेशन ऑनलाइन किया जा सकेगा। विभाग द्वारा दस्तावेज लेखकों एवं अधिवक्ताओं को इस सॉफ्टवेयर के संचालन के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।