Direct Benefit Transfer: मोदी सरकार ने प‍िछले आठ साल में आधुन‍िक तकनीक का इस्‍तेमाल कर डायरेक्‍ट बेन‍िफ‍िट ट्रांसफर (DBT) से दो लाख करोड़ रुपये को ‘गलत हाथों’ में जाने से बचाया है. व‍ित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक कार्यक्रम में यह बात कही. वह भोपाल में ’21 वीं सदी के वैश्विक परिदृश्य में भारत का आर्थिक सामर्थ्य’ विषय पर ‘दत्तोपन्त ठेंगड़ी स्मृति राष्ट्रीय व्याख्यानमाला-2022’ को संबोधित कर रही थीं. सीतारमण ने कहा, ‘भाजपा और मोदी सरकार ने स्टार्टअप नीति बनाकर प्रोत्साहन दिया. हम अगले 25 साल के लिए तकनीक का उपयोग करने वाला भारत बना रहे हैं.’

भारत में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे

उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले सात-आठ साल में तकनीक का इस्तेमाल कर सरकार ने दो लाख करोड़ से ज्यादा की बचत की है. डीबीटी के जरिए जाने वाले पैसे का आधार सत्यापन होता है.’ उन्होंने यूपीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘कांग्रेस के समय में जो मर गए, जिनका जन्म नहीं हुआ, उनको भी पैसा मिलता था.’
सीतारमण ने कहा कि स्व-रोजगार के क्षेत्र में भारत में स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं. स्टार्टअप की क्रांति भारत के युवाओं की है. सीतारमण ने कहा कि भारत के डीएनए में उद्यमिता है.

भारत का स्थान सभ्यता और संस्कृति में सबसे आगे रहा

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में केंद्रीय योजना थी और देशभर के सभी राज्यों में एक ही मॉडल लागू किया जाता था. उन्होंने कहा कि साम्यवाद के नाम पर दुनिया में केवल चीन बचा है लेकिन वह पूंजीपतियों की मदद से अपनी अर्थव्यवस्था का निर्माण भी कर रहा है. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत प्राचीन, अद्भुत और महान राष्ट्र है. भारत ने ही दुनिया को ज्ञान का प्रकाश दिया है. भारत का स्थान सभ्यता और संस्कृति में सबसे आगे रहा है.

उन्होंने कहा कि पहले सरकारों की तुलना में आज प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान 9.5 प्रतिशत तक पहुंच गया है. चौहान ने कहा कि मोदी द्वारा 2025 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने के लक्ष्य की पूर्ति की दिशा में भी मध्य प्रदेश के प्रयास सराहनीय हैं. चौहान ने कहा कि भारत फिर से विश्व गुरू के पथ पर अग्रसर है. भारत का सामर्थ्य दुनिया देख रही है. भारत दुनिया के कई देशों को खाद्यान्न भेज रहा है.

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