प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार, 14 मई को वाराणसी से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. वे तीसरी बार यहां से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मुखिया होने के बाद भी नरेंद्र मोदी के पल्ले अपनी निजी सम्पत्ति लगभग ना के बराबर है. इलेक्शन कमीशन के यहां दाखिल किए हलफनामे में पीएम मोदी के पास महज 52,920 रुपये नकद हैं. उसमें से भी 24,920 रुपये पहले के थे और 28,000 रुपये नामांकन से एक दिन पहले ही बैंक से निकाले थे.
अगर सम्पत्ति के हिसाब से देखा जाए तो पीएम मोदी दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार होने के बाद भी जेब से फक्कड़ हैं. उनके पास दो बैंक अकाउंट हैं- एक उनके गृह नगर गांधीनगर में और एक उनके निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में. गांधीनगर के भारतीय स्टेट बैंक में मोदी के 73 हजार रुपये जमा हैं और वाराणसी वाले अकाउंट में महज 7,000 रुपये बैलेंस है. सेविंग्स अकाउंट के अलावा प्रधानमंत्री का एसबीआई में ही 2.85 करोड़ रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडीआर) है. इसके अतिरिक्त उन्होंने नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) में 9,12,398 रुपये का निवेश किया हुआ है.
नकदी के अलावा वाराणसी से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे नरेंद्र मोदी के पास 45 ग्राम वजन की 4 सोने की अंगूठियां हैं, जिनकी कीमत 2.67 लाख रुपये बताई गई है. इस तरह हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कुल 3.02 करोड़ रुपये की नकदी (पैसा और सोना) है. इसके अलावा उनका झोला बिल्कुल खाली है. प्रॉपर्टी के नाम पर ‘जीरो’ है. प्रधानमंत्री के पास ना तो कोई खुद का मकान है, ना खेती की जमीन ना ही कोई दुकान आदि जमीन-जायदाद है. वे देश की जनता के लिए जीते हैं और राजनीतिक गतिविधियों में शामिल रहते हैं.
सम्पत्ति में इजाफा
हलफनामे के अनुसार, पिछले साल की तुलना में इस साल पीएम मोदी की कुल संपत्ति में इजाफा देखा गया है. प्रधानमंत्री मोदी की कुल संपत्ति पिछले वर्ष के 2.85 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,07,68,885 रुपये हो गई है. पिछले एक साल में उनकी नेटवर्थ में 22 लाख रुपये का इजाफा हुआ है.
71 वर्षीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास 31 मार्च तक 1,52,480 रुपये का बैंक बैलेंस और 36,900 रुपये नकद थे. उनकी संपत्ति में इजाफा भारतीय स्टेट बैंक की गांधीनगर शाखा में उनकी सावधि जमा फिक्स डिपॉजिट के कारण है. एसबीआई गांधीनगर एनएससी शाखा की सावधि जमा (एफडी) इस साल 31 मार्च तक 1.83 करोड़ थी, जबकि पिछले साल यह 1.6 करोड़ रुपये थी.
काशी के कोतवाल के आशीर्वाद के बाद किया नामांकन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को वाराणसी से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. मां गंगा को नमन करने के उपरांत प्रधानमंत्री काशी के कोतवाल काल भैरव के दर पर पहुंचे.
मंगलवार को गंगा सप्तमी के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री ने सुबह सबसे पहले दशाश्वमेध घाट पर गंगा पूजन किया. काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य के वेंकट रमन घनपाठी तथा तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश एवं महाराष्ट्र के तीन पुजारियों ने गंगा पूजन कराया. प्रधानमंत्री स्वामी विवेकानंद क्रूज पर सवार होकर दशाश्वमेध घाट से गंगा विहार करते हुए आदिकेशव घाट तक गए, फिर नमो घाट पर उतरे.
नमो घाट से प्रधानमंत्री सीधे काशी के कोतवाल काल भैरव बाबा के दर्शन-पूजन व आरती करने पहुंचे. यहां बाबा से अनुमति व आशीर्वाद लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे.जहां उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. जब मोदी ने पर्चा दाखिल किया तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री के नामांकन के चार प्रस्तावकों में से दो उपस्थित थे.
नामांकन दाखिल करते समय पीएम मोदी के साथ, अयोध्या के राम मंदिर में भगवान राम लला के विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा का मुहूर्त निकालने वाले पंडित गणेश्वर शास्त्री और पटेल जनसंघ के समय के पुराने कार्यकर्ता और पिछड़ा वर्ग के नेता बैजनाथ पटेल मौजूद थे. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा व दलित समाज के संजय सोनकर प्रधानमंत्री के नामांकन के चार प्रस्तावक हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने चार सेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया.
नामांकन दाखिल करने के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘काशी के मेरे परिजनों का हृदय से आभार! वाराणसी से लगातार तीसरी बार नामांकन करके बेहद उत्साहित हूं.’