
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) द्वारा अपने भाई शमसुद्दीन सिद्दीकी और पूर्व पत्नी अंजना पांडेय उर्फ आलिया सिद्दीकी के खिलाफ दायर ₹100 करोड़ के मानहानि (Defamation) मुकदमे को बॉम्बे हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है। यह मुकदमा नॉन-प्रोसीक्यूशन (Non-Prosecution) के आधार पर रद्द किया गया, यानी मामले को आगे न बढ़ाने की वजह से इसे समाप्त कर दिया गया। फिलहाल कोर्ट का विस्तृत आदेश (Detailed Order) आने का इंतजार है।
⚖️ ₹100 करोड़ का मानहानि केस हुआ खारिज
(Bombay High Court dismisses Nawazuddin’s defamation case)

नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने अपने मुकदमे में आरोप लगाया था कि उनकी छवि को नुकसान पहुँचाने के लिए उनके भाई और पूर्व पत्नी ने झूठे आरोप और सोशल मीडिया पोस्ट किए। अभिनेता ने इसके लिए ₹100 करोड़ का हर्जाना (Compensation) मांगा था।
न्यायमूर्ति जितेंद्र जैन की एकल पीठ ने यह केस यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वादी (Plaintiff) द्वारा मुकदमे की सुनवाई को आगे नहीं बढ़ाया गया।
🧾 नवाज़ुद्दीन के आरोप: भाई ने की थी संपत्तियों में हेराफेरी
(Nawazuddin accused brother of fraud and misuse of assets)
नवाज़ुद्दीन के अनुसार, वर्ष 2008 में जब वे संघर्ष के दौर में थे, उन्होंने अपने भाई शमसुद्दीन सिद्दीकी को अपना मैनेजर नियुक्त किया था।
उन्होंने अपने भाई को क्रेडिट कार्ड, बैंक पासवर्ड, चेकबुक और दस्तावेज़ सौंपे ताकि वे उनके वित्तीय मामलों को संभाल सकें।
लेकिन बाद में नवाज़ुद्दीन ने आरोप लगाया कि शमसुद्दीन ने उनके साथ धोखाधड़ी की और उनकी कमाई से खरीदी गई संपत्तियों पर खुद का दावा जताया। इनमें शामिल थीं –
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यारी रोड का फ्लैट
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शाहपुर का फार्महाउस
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बुलढाणा की ज़मीन
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दुबई की संपत्ति
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14 लग्ज़री वाहन (Range Rover, BMW, Ducati सहित)
पत्नी पर लगाए थे हेराफेरी और झूठे केस के आरोप
(Allegations against ex-wife Aaliya Siddiqui)
नवाज़ुद्दीन ने अपनी पूर्व पत्नी अंजना पांडेय (आलिया सिद्दीकी) पर भी गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि उनके भाई ने आलिया को झूठे केस दर्ज करवाने के लिए उकसाया।
अभिनेता के मुताबिक, आलिया ने शादी के समय अपने वैवाहिक स्टेटस को छिपाया था।
उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने आलिया को बच्चों की पढ़ाई के लिए ₹10 लाख प्रतिमाह और एक प्रोडक्शन हाउस शुरू करने के लिए ₹2.5 करोड़ रुपये दिए थे, लेकिन वह रकम निजी खर्चों में खर्च कर दी गई।
सोशल मीडिया पर बदनामी का आरोप
(Nawazuddin alleged defamation through social media)
नवाज़ुद्दीन का कहना था कि उनके भाई और पूर्व पत्नी ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक वीडियो और पोस्ट साझा किए, जिससे उनकी फिल्मों की रिलीज़ पर असर पड़ा और उनकी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुँचा।
अभिनेता ने अदालत से यह भी मांग की थी कि –
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दोनों को किसी भी मानहानिकारक टिप्पणी या पोस्ट से रोका जाए।
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सार्वजनिक माफी मांगी जाए।
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और यह खुलासा किया जाए कि किन लोगों को गलत जानकारी दी गई।
अब आगे क्या? कोर्ट का विस्तृत आदेश तय करेगा अगला कदम
(Detailed court order awaited for further clarity)
शमसुद्दीन सिद्दीकी की ओर से अधिवक्ता अली काशिफ खान देशमुख, स्निग्धा खंडेलवाल और फरीद शेख ने अदालत में पक्ष रखा।
कोर्ट का विस्तृत आदेश आने के बाद यह स्पष्ट होगा कि यह मामला किस कानूनी आधार पर खारिज किया गया।
