छत्तीसगढ़ के आरंग निवासी और भारत के प्रमुख निवेशकों में शुमार रामदेव अग्रवाल ने शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान करते हुए रायपुर के IIM को ₹101 करोड़ और NIT को ₹71 करोड़ का दान दिया है। ये योगदान उनकी जनमभूमि के प्रति कर्ज चुकाने जैसा है।

अविनाश मिश्रा और मंत्री ओपी चौधरी की पहल से संभव हुआ योगदान

यह अभूतपूर्व सहयोग IAS अविनाश मिश्रा की व्यक्तिगत पहल और कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी के प्रयासों से संभव हो पाया। दोनों ने रामदेव अग्रवाल को छत्तीसगढ़ के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।

IIM रायपुर को ₹101 करोड़ की एंडोमेंट ग्रांट: मिलेगा नया शैक्षणिक भवन और स्टूडेंट हॉस्टल

IIM रायपुर को मिलने वाली इस ग्रांट से लगभग 1.22 लाख वर्गफुट में नया अकादमिक भवन और 70,000 वर्गफुट में आधुनिक हॉस्टल का निर्माण होगा, जिसमें 200 से अधिक कमरे होंगे। यह इंफ्रास्ट्रक्चर संस्थान को वैश्विक स्तर पर मजबूती देगा।

NIT रायपुर को ₹71 करोड़: इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरशिप सेंटर की होगी स्थापना

NIT रायपुर में अब बनेगा Centre of Excellence for Innovation and Entrepreneurship in Engineering & Technology (CoE-IEET)। यह केंद्र माइनिंग, स्टील, पावर और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में स्टार्टअप और इनोवेशन को बढ़ावा देगा। इससे युवाओं को नई रोजगार संभावनाएं मिलेंगी।

जनमभूमि के लिए कर्ज चुकाने का संकल्प: रामदेव अग्रवाल की भावना

रामदेव अग्रवाल ने कहा, “यह योगदान केवल इमारतों तक सीमित नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ के युवाओं के सपनों और भविष्य को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम है।”

कौन हैं रामदेव अग्रवाल?

  • सह-संस्थापक, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (1987)

  • कुल संपत्ति: लगभग $1.7 बिलियन (₹14000+ करोड़)

  • प्रसिद्ध निवेश रणनीति: “सही खरीदें, सही बैठें”

  • 5% शेयर चैरिटी को समर्पित करने का फैसला

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