भिलाई [न्यूज़ टी 20] मुंबई. अक्सर लोगों के पास एक से ज्यादा बैंक अकाउंट होते हैं. कुछ लोग अपनी जररूतों के लिए रखते हैं तो कुछ लोगों का यूं ही दो तीन अकाउंट हो जाता है. खासतौर से बैंकिंग सेक्टर के डिजिटल होने के बाद से खाता खोलना और आसान हो गया है.
आप घर से ही आराम से ऑनलाइन या मोबाइल ऐप के माध्यम से बचत खाते खोल सकते हैं. एक व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन कर सकता है,
वीडियो केवाईसी पूरा कर सकता है और कुछ ही मिनटों में खाता खोल सकता है. कई बचत खाते रखने के अपने फायदे और नुकसान हैं. हम यहां इसकी के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे.
रिवार्ड और डिस्काउंट का फायदा
ज्यादातर बैंक लॉकर, बीमा, प्रीमियम डेबिट कार्ड और अन्य विशेषाधिकार जैसी सुविधाएं देते हैं, जिनका आप उपयोग कर सकते हैं. इसके अलावा खाताधारक को यूटिलिटी पेमेंट, शॉपिंग और ईएमआई भुगतान पर रिवार्ड और डिस्काउंट भी देते हैं.
लिहाजा कई अकाउंट रखने से आप अपनी बचत को ज्यादा कर सकते हैं. जैसे कई बैंक अक्सर किसी विशेष सेल या खरीदारी पर ज्यादा छूट का ऑफर देते रहते हैं.
निकासी की लिमिट से मुक्ति
बैंकों द्वारा हर महीने एटीएम से मुफ्त निकासी की संख्या को सीमित कर दी गई है. कई खाते कई अन्य एटीएम से लेन-देन करने और इस पर लगने वाले फीस को बचाने की अनुमति देते हैं. यह एटीएम के बार-बार उपयोग करने वालों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है.
विशेष काम के लिए खाते
कई व्यक्ति विदेश यात्रा, वाहन खरीद और उच्च शिक्षा जैसे लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग बचत खातों में पैसा जमा करते हैं. कुछ परिवार के सदस्यों के लिए सिर्फ दैनिक खर्चों के लिए संयुक्त खाते खोलते हैं. कई लोग आकस्मिक या आपातकालीन निधि के रूप में भी एक अलग खाता रखते हैं.
बैंकिंग पार्टनर ऑफर
विभिन्न ऑनलाइन और ई-कॉमर्स पोर्टल अपने ग्राहकों के लिए विशेष सौदे और ऑफ़र प्रदान करने के लिए एक बैंक के साथ टाइअप करके रखते हैं. विभिन्न बैंकों में कई खातों के साथ आप इस तरह के ऑफर का भी लाभ उठा सकते हैं.
सुरक्षा
एक बैंक में 5 लाख रुपये तक की राशि का बीमा भारतीय रिजर्व बैंक की सहायक कंपनी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन द्वारा किया जाता है. जब कोई बैंक उन्हें भुगतान करने में विफल रहता है तो निगम खाताधारकों द्वारा रखी गई राशि को कवर करता है.
यदिआपकी जमा राशि 5 लाख रुपये से अधिक है तो पूरे पैसे को एक ही बैंक में रखना जोखिम भरा हो सकता है. विभिन्न बैंकों में धनराशि जमा करने से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि उनमें से प्रत्येक अलग से बीमा द्वारा कवर किया गया है.
इस तरह के खातों का उपयोग बैंक द्वारा डिफ़ॉल्ट के मामले में बैकअप के रूप में किया जा सकता है, जहां किसी का प्राथमिक खाता होता है.
नुकसान
एक से ज्यादा अकाउंट के कई नुकसान भी है. एक साथ कई अकाउंट मैनेज करना मुश्किल है. साथ ही हर अकाउंट पर मेनटेनेंस फीस भी लगती है. चाहें वो एटीएम फीस हो या न्यूनतम राशि की समस्या. एक से ज्यादा अकाउंट के साथ ये दिक्कतें बनी रहती हैं.