रायगढ़। सुबह थाना तमनार में स्थानीय महिला आकर उसकी नाबालिग बालिका के सुबह भोर करीब 04.30 बजे घर से बिना बताए कहीं चले जाने की रिपोर्ट दर्ज कराया गया, बालिका के गुम होने की रिपोर्ट पर गुम इंसान दर्ज कर बालिका के परिजनों द्वारा जताए गए शंका पर अज्ञात आरोपी के विरुद्ध 363 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर तमनार पुलिस द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए बालिका के परिजनों, सहेलियों तथा सर्विलांस की सहायता से बालिका की हाल की गतिविधियां का पता लगाया गया जिस पर ज्ञात हुआ कि बालिका एक अंजान मोबाइल नंबर से लगातार बात कर रही है।
मोबाइल नंबर को सर्विलांस में रखकर तत्काल तमनार पुलिस रायगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंची। जहां आरपीएफ और बालिका के परिजनों के साथ मिलकर बालिका को खोजबीन कर दो लड़कों के साथ पकड़ा गया। बालिका को पुलिस मित्र द्वारा महिला डेस्क लाया गया। जहां महिला पुलिस अधिकारी से बालिका का कथन कराया गया।
बालिका बताई कि मध्यप्रदेश के सांवली जिला के लड़के से मोबाइल पर बातचीत होता था जो अच्छे बैकग्राउंड का हूं, शादी कर अच्छे से रखूंगा कहकर। वह लड़का अपने साथी के साथ अपने गांव ले जाने ट्रेन में बैठकर रायगढ़ आया था और रायगढ़ से ऑटो किराया कर तमनार आया जिसके साथ ऑटो में रायगढ़ रेल्वे स्टेशन आयी थी । अपचारी बालक के पास से रायगढ़ से रायपुर तक ट्रेन का टिकट मिला है।
पीड़िता के कथन पर प्रकरण में धारा 366(क), 34 आईपीसी 12, 17 पास्को एक्ट की धारा बढ़ाते हुए नाबालिग बालिका को बहला-फुसलाकर ले जा रहे दोनों विधि के साथ संघर्षरत बालकों को अभिरक्षा में लेकर तमनार पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड रायगढ़ के समक्ष पेश किया गया है और अपहृत बालिका को उसके पिता के सुपुर्द किया गया । मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए त्वरित कार्यवाही में थाना प्रभारी तमनार उपनिरीक्षक जी.पी. बंजारे एवं हमराह स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही है।