रायपुर
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री मोहन मरकाम ने माकड़ी में सौगातों की बरसात की। उन्होंने गुरुवार 27 जुलाई को आयोजित एक सभा में 117 हितग्राहियों को वन अधिकार पत्र, 30 हितग्राहियों को रागी और उड़द बीज मिनी कीट और एक हितग्राही को ट्राईसिकल वितरित किया। उन्होंने इस अवसर पर शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने वाले हितग्राहियों के साथ सामूहिक भोज भी किया।
मंत्री श्री मरकाम ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसान और गरीबों के कल्याण के लिए योजनाएँ बनाकर उनका सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया गया। कोंडागांव जिला इन योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए सबसे अधिक वन अधिकार मान्यता पत्र वितरित करने वाला जिला है। इसके साथ ही शासन द्वारा तेंदूपत्ता के लिए प्रति मानक बोरा का दर 2500 रुपए से बढ़ाकर 4000 रुपए किया गया। समर्थन मूल्य पर क्रय किए जाने वाले वनोपजों की संख्या 7 बढ़ाकर 65 की गई, जिसका लाभ वनों पर आश्रित आदिवासियों को मिला है।
भूमिहीन कृषि मजदूरों के साथ ही सिरहा, गुनिया, पुजारी, आठ पहारिया बाजा मोहरिया को प्रति वर्ष 7 हजार रुपए मानदेय दिया जा रहा है। संस्कृति के संरक्षण के लिए देवगुड़ी और घोटूल निर्माण के लिए राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आश्रम और छात्रावासों में बच्चों को बेहतर से बेहतर सुविधा मिले इसके लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को नियमित तौर पर आश्रम छात्रावासों के निरीक्षण के निर्देश भी दिए। उन्होंने सुकमा में घटित घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस मामले में दोषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही की जाएगी।