बिलासपुर। कोनी थाना क्षेत्र के तुर्काडीह गांव में एक शादी समारोह के बाद फूड पॉइजनिंग का बड़ा मामला सामने आया है। 23 अप्रैल की रात शादी के खाने में चावल, दाल और सब्जी परोसी गई थी। सुबह होते-होते 45 लोगों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सिम्स में भर्ती 45 मरीजों की हालत स्थिर, एक ICU में

स्थानीय निवासी नीरज सांडे की बेटी की शादी में परोसे गए भोजन के बाद बीमार लोगों की संख्या बढ़ती गई। शुरुआत में परिजनों ने स्थानीय डॉक्टर से इलाज कराया, लेकिन स्थिति बिगड़ने पर सभी को सिम्स के मेडिकल वार्ड में भर्ती किया गया। इनमें से एक मरीज की हालत गंभीर बताई जा रही है और उसे ICU में रखा गया है।

स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, फूड सैंपल जांच के लिए भेजे गए

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर खाद्य सैंपल एकत्र किए हैं और जांच शुरू कर दी है। बताया गया है कि शादी में बनाए गए तीन गंजे चावल में से एक गंज खराब था। उसी चावल को खाने वालों की तबीयत बिगड़ी है। बाकी दो गंजों का चावल खाने वाले स्वस्थ हैं।

गर्मी में क्यों बढ़ जाते हैं फूड पॉइजनिंग के मामले?

गर्मी के मौसम में फूड पॉइजनिंग के मामले बढ़ जाते हैं क्योंकि बैक्टीरिया गर्मी में तेजी से पनपते हैं। WHO के अनुसार हर साल लगभग 60 करोड़ लोग खानपान से जुड़ी बीमारियों का शिकार होते हैं। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग इससे ज्यादा प्रभावित होते हैं।

ये बैक्टीरिया बनते हैं फूड पॉइजनिंग की वजह

  • ई. कोलाई (E. Coli)

  • सालमोनेला (Salmonella)

  • क्लॉसट्रिडियम बोट्यूलिनम (C. Botulinum)

  • स्टेफायलोकोकस (Staphylococcus)

इनमें क्लॉसट्रिडियम बोट्यूलिनम सबसे खतरनाक होता है, जो ब्लड, किडनी और नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकता है।

बचाव के आसान उपाय (फूड पॉइजनिंग से कैसे बचें)

  • खाना पकाने और खाने से पहले हाथ धोएं

  • शुद्ध पानी का उपयोग करें

  • फल-सब्जियों को अच्छी तरह धोकर ही उपयोग करें

  • फ्रिज में सही तापमान पर खाद्य सामग्री स्टोर करें

  • अधपका नॉनवेज न खाएं

  • शादी या सार्वजनिक आयोजनों में बने खाने से सतर्क रहें

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