Lucknow: दिल्ली ब्लास्ट केस के बाद देशभर में खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है। जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आतंकियों का नेटवर्क अयोध्या और वाराणसी जैसे धार्मिक स्थलों को टारगेट करने की साज़िश रच रहा था।
अयोध्या में धमाका करना चाहते थे आतंकी
सूत्रों के अनुसार, आतंकियों की योजना अयोध्या में बड़े विस्फोट की थी।
गिरफ्तार आतंकी शाहीन ने वहां का स्लीपर मॉड्यूल पहले से एक्टिवेट कर रखा था।
हालांकि, इससे पहले कि आतंकी अपनी साज़िश को अंजाम दे पाते, पुलिस ने विस्फोटक बरामद कर लिया और ताबड़तोड़ छापेमारी में कई संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली ब्लास्ट से जुड़ी कड़ी, अस्पताल थे निशाने पर
सूत्रों का कहना है कि आतंकियों का असली प्लान दिल्ली के लाल किले पर नहीं, बल्कि अस्पतालों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में धमाका करने का था।
🔹 जांच में पाया गया है कि विस्फोटक में टाइमर या डिवाइस का इस्तेमाल नहीं हुआ था।
🔹 इसका मतलब है कि ब्लास्ट जल्दबाजी में किया गया था।
🔹 आतंकी चाहते थे कि धमाके में ज्यादा से ज्यादा लोग हताहत हों।
10 नवंबर को दिल्ली में हुआ था धमाका
10 नवंबर की शाम करीब 7 बजे दिल्ली के लाल किले के पास कार ब्लास्ट हुआ था।
इस भीषण धमाके में 12 लोगों की मौत और 20 से अधिक घायल हुए थे।
ब्लास्ट की चपेट में कई वाहन भी आ गए थे।
घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने देशभर में छापेमारी शुरू की और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।
तीन बड़े नाम जांच के घेरे में
इस मामले में तीन मुख्य संदिग्धों के नाम सामने आए हैं:
1️⃣ डॉ. मुजम्मिल
2️⃣ डॉ. अदील अहमद डार
3️⃣ डॉ. उमर
जांच एजेंसियों के अनुसार, डॉ. उमर धमाके के समय मारे जाने की आशंका है, जबकि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. अदील अहमद डार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती, अयोध्या में हाई अलर्ट
इन खुलासों के बाद अयोध्या और वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
पुलिस और ATS टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है, ताकि किसी भी स्लीपर सेल को दोबारा सक्रिय न होने दिया जाए।