भिलाई: भोजपुरी, मैथिली और हिंदी लोकगीतों की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा के निधन से संगीत प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है। मैथिल संघ भिलाई और एमएसएमई जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष एवं संरक्षक केके झा ने उनके आकस्मिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा के गाए छठ गीतों के बिना इस महापर्व की कल्पना अधूरी है। उनके गीत हमेशा छठ पर्व के दौरान घर-घर में गूंजते रहेंगे और उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी।
छठ पर्व के पहले दिन ली अंतिम सांस
केके झा ने कहा कि यह संयोग ही है कि छठ महापर्व को अमर बनाने वाली इस महान गायिका ने छठ के पहले दिन ही हमें अलविदा कह दिया। उनके निधन से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश को अपूरणीय क्षति हुई है। शारदा सिन्हा के लोकगीतों ने उनकी पहचान को जन-जन तक पहुंचाया और वह अपने गीतों के माध्यम से हमेशा हमारी यादों में जीवित रहेंगी।
उनके गीतों में जीवंत रहेंगे छठ के रंग
छठ पर्व मनाने वाले हर घर में आज भी शारदा सिन्हा के गीतों की गूंज सुनाई देती है। उनकी गायकी ने छठ को एक नई पहचान दी और उनके गीतों के बिना पर्व अधूरा महसूस होता है। मैथिल संघ भिलाई ने शारदा सिन्हा के योगदान को सलाम करते हुए कहा कि वह हमारे दिलों में सदैव जीवित रहेंगी।