महासमुंद । जिले में पुलिस को नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जहां पुलिस ने एक ट्रक से 1725 किलोग्राम गांजा बरामद किया है. जिसकी कीमत 8.62 करोड़ रूपये आंकी गई है. छत्तीसगढ़ में यह ऐसा पहला मामला है जब पुलिस ने एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में गांजा बरामद किया है. गांजे की तस्करी कर रहे 2 अंतरराज्यीय तस्करों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी गांजे की इस खेप को उड़ीसा से तस्करी कर छत्तीसगढ़ के रास्ते महाराष्ट्र लेकर जा रहे थे.
जानकारी के मुताबिक, आज सुबह पुलिस को मुखबिर से ओडिशा के रास्ते भारी मात्रा में गांजे की तस्करी की सूचना मिली थी. जिसके बाद महासमुंद जिले के उड़ीसा से लगे सरहदी थाना सिंघोड़ा के नाका रेहटिखोल में नाकाबंदी कर चेकिंग शुरू की. इस दौरान ट्रक क्रमांक MH 21 BH 5855 को पुलिस ने रोका जिसमे दो व्यक्ति सवार थे. पुलिस ने जब गाड़ी में लोड सामन के बारे में उनसे पुछा तो दोनों गोलमोल जवाब देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगे. जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने ट्रक में खाली कैरेट के नीचे गांजा तस्करी कर मध्यप्रदेश लेकर जाने की बात कबूल की.
ट्रक में गांजे की मात्रा देख उड़े पुलिस के होश
पुलिसकर्मियों ने जब ट्रक की तलाशी ली तो उनके होश उड़ गए. ट्रक में 50 प्लास्टिक की बोरियों के भीतर 862 पैकेट में बंद गांजा रखा हुआ था. पुलिस द्वारा तौल करने पर इसका वजन 1725 किलोग्राम प्राप्त हुआ, जिसकी अनुमानित कीमत 8 करोड़ 62 लाख 50 हजार रूपये बताई जा रही है.
पुलिस ने गांजे की इस खेप की तस्करी करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान अविनाश म्हस्के (उम्र 27 साल) पिता ज्ञानेश्वर म्हस्के और संतोष पवार (उम्र 32 साल) पिता भीमराव पवार के रूप में की गई है. जो की महराष्ट्र के जिला जालना के रहने वाले है. बहरहाल सिंघोडा पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानो के तहत विधिवत कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है.