
छत्तीसगढ़ का मैनपाट – जहां ज़मीन पर कदम रखते ही महसूस होती है वाइब्रेशन और उछाल
अंबिकापुर, छत्तीसगढ़। क्या आपने कभी ऐसी जगह देखी है जहां ज़मीन पर पैर रखते ही वह उछलने लगे? छत्तीसगढ़ के मैनपाट में मौजूद ‘दलदली’ (जलजली) नामक स्थान पर आपको ऐसा ही जादुई अनुभव देखने को मिलेगा।
यह इलाका अब सिर्फ एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि विज्ञान और रोमांच का मिश्रण बन चुका है, जहां ज़मीन खुद एक स्पंज जैसी महसूस होती है – जैसे ट्रैम्पोलिन पर खड़े हों!
क्या है जलजली की खासियत?
-
मैनपाट अंबिकापुर से 45 किमी दूर ऊँचाई पर स्थित है।
-
‘दलदली’ या ‘जलजली’ नाम की जगह की ज़मीन इतनी सॉफ्ट है कि पैर रखते ही वह धंसने और कंपन (वाइब्रेट) करने लगती है।
-
लोग यहां आकर कूदते-फांदते हैं और झरनों, हरियाली के बीच इस जादुई ज़मीन पर उछलने का लुत्फ उठाते हैं।
विज्ञान के लिए रहस्य, पर्यटन के लिए रोमांच!
अब तक किसी वैज्ञानिक संस्थान ने दलदली पर गहराई से अध्ययन नहीं किया है, लेकिन इसकी विचित्र प्रकृति ने पर्यटकों और विज्ञान प्रेमियों दोनों का ध्यान खींचा है।

-
पैर रखने से ज़मीन में हल्का कंपन और उछाल, जो आसपास की जमीन को भी प्रभावित करता है।
-
यह स्थान मानसून में और भी रोमांचक हो जाता है, जब मिट्टी में नमी ज्यादा होती है।
यूट्यूब पर देख कर पहुंचे, और रियल में देखकर हुए हैरान!
बिहार के सीतामढ़ी से आए पर्यटक कुमार और चंदन कुमार ने बताया:
“हमने यूट्यूब पर इसका वीडियो देखा था, लेकिन जब खुद आए तो असली वाइब्रेशन और उछाल ने चौंका दिया। यह जगह सच में घूमने लायक है।”
वे कहते हैं कि मोबाइल में जो देखा उससे कहीं ज्यादा मज़ा रियल में मिला। ज़मीन में जैसे ऊर्जा हो – हर कदम के साथ कंपन और मस्ती।
छत्तीसगढ़ पर्यटन का अनदेखा रत्न
मैनपाट को ‘छत्तीसगढ़ का शिमला’ कहा जाता है, और अब जलजली इसकी सबसे अनोखी और आकर्षक जगह बनती जा रही है।
-
मानसून के दौरान यहाँ का नज़ारा स्वर्ग जैसा लगता है।
-
स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग यदि इसे प्रोमोट करें, तो यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का जियो-टूरिज्म स्पॉट बन सकता है।
