दुर्ग / ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ कार्यक्रम के तहत् महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 12 जुलाई 2024 से 18 जुलाई 2024 तक वृक्षारोपण का सघन अभियान चलाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के द्वारा दुर्ग ग्रामीण परियोजना के ग्राम अंजोरा से किया गया, जिसमें जल संरक्षण हेतु शपथ भी दिलायी गयी।
उनके नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं के तहत बेटियों के नाम पर वृक्षारोपण ‘‘सेल्फी विथ लाडो‘‘ व ‘‘सेल्फी विथ मां‘‘ का आयोजन भी किया गया। अभियान अंतर्गत दुर्ग जिले के प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका के साथ ही समुदाय की महिलाओं एवं बच्चों में पर्यावरण के प्रति जन-जागरुकता लाने के लिए ‘‘जल शक्ति से नारी शक्ति‘‘ अभियान एवं वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है।
इस अभियान में ग्राम की महिला समूहों, महिला मण्डल, ग्राम पंचायत स्तर की महतारी वंदन योजना से लाभांवित सभी महिलाओं को एकत्र कर पानी के महत्ता जैसे स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, पानी का संचयन, रेन वाटर हार्वेस्ंिटग तथा खराब पानी का अन्य उपयोग इत्यादि विषय में जानकारी दी गई और फलदार पौधे जैसे – आम, अमरुद, आंवला, मुनगा, पपीता, केला, कटहल, अनार इत्यादि पौधों का वृक्षारोपण आंगनबाड़ी केन्द्रों में किया गया।
वृक्षारोपण अभियान के तहत जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषक/फलदार वृक्षों के साथ ही कुपोषित व गर्भवती धात्री माताओं के घरों में भी वृक्षारोपण का अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके साथ ही महतारी वंदन के लाभार्थी महिलाओं से भी एक पेड़ मॉं के नाम लगाने की अपील की गई है।
उल्लेखनीय है कि 12 से 18 जुलाई तक माननीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन की टीम एवं विभागीय अमले के द्वारा दुर्ग जिले के 1506 आंगनबाड़ी केन्द्रों में 7327 पेड़, कुपोषित बच्चों के घरों के में 6485 पेड़, गर्भवती माताओं के घरों में 8005 पेड़, शिशुवती माताओं के घरों में 6633 पेड़, महतारी वंदन योजना से लाभांवित महिलाओं के घरों में 69045 पेड़, छत्तीसगढ़ महिला कोष समूहों के महिलाओं के घरों में 4821 पेड़ एवं किशोरी बालिकाओं के घरों में 5530 पेड़ का रोपण किया गया।
इस प्रकार जिले में 12 से 18 जुलाई तक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कुल 107846 से अधिक पौधों का रोपण किया गया है। इस दौरान सुपोषण की बात महतारी के साथ, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना एवं अन्य विभागीय योजनाओं का प्रचार प्रसार भी किया गया व सभी से ‘‘एक पेड़ मॉं के नाम’’ लगाने की अपील भी गई।