
चीन में जहां सांपों और अन्य जीवों की खेती आम है, वहीं अब छिपकली पालन भी एक लाभदायक व्यवसाय बन चुका है। यहां के ग्रामीण किसान छिपकलियों को बड़े प्यार से पालते हैं, उन्हें पोषण देते हैं और फिर बेचकर अच्छी कमाई करते हैं।
1. चीन की अनोखी परंपरा – छिपकली पालन
चीन के गुआंगडोंग और गुआंग्शी प्रांतों में छिपकली की खेती एक पारंपरिक और व्यवस्थित व्यवसाय है। किसान बिना किसी भय के छिपकलियों को पालते हैं और उन्हें बाजार में बेचते हैं। यह खेती खासतौर पर गर्म और नम जलवायु वाले क्षेत्रों में होती है।

2. वैज्ञानिक तरीके से होती है छिपकली की खेती
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छिपकलियों के लिए बनाए जाते हैं स्पेशल फार्म, जिनमें नमी और तापमान का सटीक नियंत्रण होता है।
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इन फार्मों में प्रजनन, अंडा संरक्षण और वृद्धि की पूरी निगरानी की जाती है।
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छोटे कीड़े, चीटियां और टिड्डे उनके भोजन का मुख्य हिस्सा होते हैं।
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अंडों को इन्क्यूबेटर में रखकर हैच किया जाता है।
3. छिपकलियों की बिक्री: टोकरी में भरकर बाजार तक
जब छिपकलियां बड़ी हो जाती हैं, तो किसान उन्हें हाथों से उठाकर टोकरी में भरते हैं और रेस्तरां या लोकल मार्केट में बेचते हैं। यह काम इतने आराम से होता है कि स्थानीय लोगों को अब इसमें कोई डर नहीं लगता।
4. छिपकली से बनते हैं खास व्यंजन
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छिपकली का मांस कई पारंपरिक चीनी व्यंजनों में उपयोग होता है, जैसे:
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सूप
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स्टिर-फ्राई
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डीप फ्राइड डिशेज
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लोग मानते हैं कि इसमें प्रोटीन और औषधीय गुण भरपूर होते हैं।
5. पारंपरिक चीनी चिकित्सा में भी है छिपकली का उपयोग
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सूखी छिपकली का पाउडर बनाया जाता है जिसे सूप या चाय में मिलाया जाता है।
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माना जाता है कि यह:
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जोड़ों के दर्द
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त्वचा रोग
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थकान कम करने में मदद करता है।
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यह पाउडर चीनी आयुर्वेद (TCM) में भी काफी उपयोगी माना जाता है।
