कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के दौरान रायपुर में राहुल गांधी ने कहा था कि-आज तक हमारे पास रहने के लिए मकान नहीं है। इसे लेकर बेमेतरा के बीजेपी नेता देवदास चतुर्वेदी ने प्रशासन को एक पत्र लिख डाला है। जिसमें उन्होंने सरकारी जमीन आवंटित करने की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसा होने से राहुल जैसे गरीब का पक्के मकान में रहने का सपना नरेंद्र मोदी सरकार की योजना से पूरा हो सकेगा। ये पत्र इन दिनों सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
देवदास अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष और नवागढ़ के पूर्व जनपद उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। देवदास ने पत्र में लिखा है-कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 24, 25, 26 फरवरी को छत्तीसगढ़ प्रवास पर थे। वहां उन्होंने एक भाषण में कहा कि मेरी उम्र 52 साल है, उन्होंने विनम्रतापूर्वक यह भी स्वीकार किया कि मेरे पास पक्का मकान नहीं है, जिसमें मैं रह सकूं।
इसलिए मैं मांग करता हूं कि नवागढ़ नगर पंचायत क्षेत्र के संबलपुर रोड में सरकारी जमीन में खसरा नंबर 659 है। उस जमीन में से 2.50 डिसमिल जमीन राहुल गांधी के नाम आवंटित कर दी जाए। जिससे केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजना प्रधानमंत्री आवास का लाभ उन्हें मिल सके।
बीजेपी ने किया ट्वीट
उधर, छत्तीसगढ भाजपा ने भी इसे अपने ट्विटर हैंड से ट्वीट किया है। ट्वीट करते हुए बीजेपी ने लिखा है-छत्तीसगढ़ तो दानवीरों की भूमि है और जब राहुल गांधी असहाय होकर कहते हैं कि मेरे पास खुद का घर नहीं है, तो छत्तीसगढ़ की संवेदनशील जनता उन्हें जमीन दान करने आगे आई है।
कांग्रेस बोली-इनके पास मुद्दा नहीं है
इस मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा है कि भाजपा के पास छत्तीसगढ़ में मुद्दा नहीं है। बीजेपी नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। ये इसी तरह फर्जीवाड़ा कर राजनीति में बने रहना चाहते हैं। इन्हें जनता के बीच जाना चाहिए, रसोई गैस की आसमान छूती कीमत,देश मे बढ़ रही बेरोजगारी महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था पर चिंता करनी चाहिए। लेकिन ये क्षमता भाजपा नेताओं में नहीं है।
क्या कहा था राहुल ने..
राहुल गांधी ने 32 मिनट की स्पीच दी थी। भाषण में भारत जोड़ो यात्रा, अडाणी हिंडनबर्ग केस, चीन पर जयशंकर के बयान और 2024 लोकसभा चुनाव समेत कई मुद्दों पर बात की थी। उन्होंने अपने भाषण में 1977 का किस्सा भी सुनाया, जिसमें उन्हें पहली बार अहसास हुआ था कि उनके पास अपना घर नहीं है। वे बोले थे- 52 साल हो गए, मेरे पास आज भी अपना घर नहीं है। उनकी बातें सुनकर सोनिया गांधी भावुक नजर आईं थी।