Kuberaa Movie Review: धनुष की दमदार वापसी, भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ एक इमोशनल लड़ाई

गरीबी, सत्ता और साज़िशों के बीच खड़ा है भरोसे का नाम – कुबेरा

तमिल सुपरस्टार धनुष की बहुप्रतीक्षित फिल्म Kuberaa आखिरकार 20 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गई है। फैंस को इस फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार था, और अब वे इसे देखकर अपनी राय भी सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि फिल्म देखने जाएं या नहीं, तो पढ़िए यह डिटेल्ड रिव्यू

कहानी की शुरुआत: सत्ता और लालच की गहराई में छिपा षड्यंत्र

नीरज मित्रा, एक बिजनेस टाइकून, बंगाल की खाड़ी में मिले ऑयल रिजर्व को अपने राजनीतिक कनेक्शन से करोड़ों में बदलना चाहता है। इसके लिए वह एक भ्रष्टाचार के झूठे केस में फंसे पूर्व CBI अधिकारी दीपक को मोहरा बनाता है।

सीक्रेट मिशन और देवा की एंट्री

दीपक, देशभर के भिखारियों का एक गुप्त ग्रुप तैयार करता है – इसी मिशन का हिस्सा बनता है देवा (धनुष), जिसे खुद नहीं पता कि वो किस साजिश का हिस्सा बन चुका है। जब सच्चाई सामने आती है, तो देवा की जान पर बन आती है और भागते हुए उसकी मुलाकात होती है समीरा से।

भ्रष्ट व्यवस्था से संघर्ष की इमोशनल कहानी

फिल्म का असली ज़ोर तब दिखता है जब शुरू होता है एक सरवाइवल ड्रामा – जिसमें है धोखा, लालच और एक छोटी सी उम्मीद। शुरुआती भाग में फिल्म थोड़ा धीमा लग सकता है, लेकिन प्री-क्लाइमेक्स और क्लाइमेक्स में निर्देशक शेखर कम्मुला ने सामाजिक संदेशों, मजबूत संवादों और भावनात्मक दृश्यों से दर्शकों को बांध लिया है।

हाईलाइट: दीपक-देवा की केमिस्ट्री और सिनेमैटिक विज़न

  • दीपक और देवा के बीच का इमोशनल डायनामिक फिल्म की जान है।

  • समीरा (रश्मिका मंदाना) का किरदार थोड़ा कम एक्सप्लोर हुआ है, पर प्रभाव छोड़ता है।

  • निकेथ बोम्मीरेड्डी की सिनेमैटोग्राफी कमाल की है — तंग गलियों से लेकर ऑयल रिग्स तक हर दृश्य दमदार है।

  • DSP का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म को नई ऊंचाइयां देता है।

परफॉर्मेंस की बात: धनुष और सपोर्टिंग कास्ट ने मचाया धमाल

  • धनुष पूरी फिल्म में ‘देवा’ बनकर छा जाते हैं — अभिनय इतना नैचुरल है कि आप उन्हें सिर्फ किरदार में ही देखेंगे।

  • नागार्जुन ने दीपक के किरदार में गहराई और परिपक्वता लाई है।

  • रश्मिका मंदाना और जिम सर्भ दोनों ने अपने सीमित किरदारों में शानदार छाप छोड़ी है। खासकर जिम सर्भ का ‘नीरज मित्रा’ – फिल्म का सबसे घातक चेहरा बनकर सामने आता है।

अंतिम निष्कर्ष: देखें या नहीं?

Kuberaa सिर्फ एक थ्रिलर नहीं है, ये एक सोशल-पॉलिटिकल ड्रामा है जिसमें एक भरोसेमंद कहानी, सशक्त निर्देशन और शानदार परफॉर्मेंस है।

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