भिलाई [न्यूज़ टी 20] Drones Latest News: केंद्रीय कृषि मंत्रालय (Union Agriculture Ministry) के इस फैसले से किसानों की कई दिक्कतें दूर हो जाएंगी. यानी किसानों के लिए अब खेती करना और भी आसान हो गया है. अब घर बैठे ही किसान अपनी खेती की देखभाल भी कर सकेंगे. डीएफआई (DFI) ने इस फैसले की विस्तार से जानकारी दी है.

Agriculture Ministry approves 477 pesticides for drone usage: ड्रोन फेडरेशन ऑफ इंडिया (DFI) ने कहा है कि खेती (Farming) में कृषि-ड्रोन (Agri-drone) के चलन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय कृषि मंत्रालय (Union Agriculture Ministry) ने ड्रोन उपयोग के लिए 477 कीटनाशकों को अंतरिम मंजूरी दी है. इन 477 पंजीकृत कीटनाशकों को फिलहाल दो साल के लिए ड्रोन के जरिए व्यावसायिक उपयोग (Commercial Use) के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा.

किसानों को होगी आसानी

इस कैटेगिरी में कीटनाशक (Insecticides) और कवकनाशी (Fungicides) पदार्थ भी शामिल है. इससे पहले, हर कीटनाशक को केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड (Central Insecticide Board) और रजिस्ट्रेशन कमेटी की मंजूरी लेनी होती थी जिसमें 18-24 महीने लगते थे. हालांकि, ड्रोन ऑपरेटरों को कीटनाशकों और पोषक तत्वों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन के उपयोग करने के लिए कृषि मंत्रालय की मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) का पालन करना होगा.

किस तरह होगा फायदा?

वक्त के साथ कई चीजें बदलती रहती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी लगातार पारंपरिक खेती के तरीकों के स्थान पर नई तकनीकों के इस्तेमाल को किसानों के लिए ज्यादा फायदेमंद बता रहे हैं. इसी कड़ी में खेती के आधुनिकीकरण की कोशिशों में एक नयी तकनीक शामिल हो गई है.

जिससे किसानों की कई दिक्कतें दूर हो जाएंगी. यानी किसानों के लिए अब खेती करना और भी आसान हो गया है. अब घर बैठे ही किसान अपनी खेती की देखभाल कर सकते है साथ ही  ड्रोन के द्वारा अपनी फसल पर कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं. 

डीएफआई ने अपने बयान में ये भी कहा, ‘केंद्रीय कृषि मंत्रालय और केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड और पंजीकरण समिति (CIB&RC) की अंतरिम मंजूरी के मुताबिक पंजीकृत कीटनाशक कंपनियां जो ड्रोन का उपयोग करके पंजीकृत रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग करना चाहती हैं.

उन्हें बोर्ड के सचिवालय को कीटनाशक (Pesticides) की डोज, फसल के विवरण, पुख्ता कार्य योजना और अन्य जरूरी जानकारी सूचित करनी होगी. अगर कीटनाशक कंपनियां दो साल के बाद कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग जारी रखना चाहेंगी.

तो उन्हें अंतरिम अवधि के दौरान आवश्यक डेटा और खेती के दौरान मिले नतीजों के डेटा को CIB&RC से मान्य कराने के साथ ऐसा करने की इजाजत लेनी होगी.’ 

जानें क्या हैं दिशा-निर्देश (Know SoP guidelines)?

हालांकि हर स्थिति में ड्रोन ऑपरेटरों को कीटनाशकों और पोषक तत्वों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन का उपयोग करने के लिए कृषि मंत्रालय की मानक संचालन प्रक्रिया (SoP) का पालन करना होगा. कीटनाशकों के छिड़काव के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश इस प्रकार है.

ध्यान रखने योग्य सबसे खास बात ये है कि अगर आप खेत में ड्रोन द्वारा छिड़काव करवाना चाहते हैं तो 24 घंटे पहले इससे संबंधित अधिकारियों को सूचना देनी होगी. क्षेत्र को चिन्हित करने की जिम्मेदारी ऑपरेटरों की होगी. ऑपरेटर केवल अनुमोदित कीटनाशकों और उनके फॉर्मूलेशन का उपयोग करेंगे.

स्वीकृत ऊंचाई से ऊपर ड्रोन को नहीं उड़ाया जा सकेगा. ऑपरेटरों को धुलाई और प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. वहीं सभी हवाई संचालन के कम से कम 24 घंटे पहले आसपास के लोगों को सूचित करना होगा. 

जानवरों और संचालन से नहीं जुड़े व्यक्तियों को छिड़काव वाले क्षेत्र में प्रवेश से रोका जाएगा. ऑपरेटरों को पायलटों को कीटनाशकों के प्रभावों को शामिल करते हुए प्रशिक्षण से गुजरना होगा.

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