रायगढ़ से श्याम भोजवानी
बिलासपुर / जिले की कोटा विधानसभा में इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है और मुकाबला त्रिकोणीय होता नजर आ रहा है । जहाँ एक तरफ बीजेपी के दिग्गज नेता दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में जोर आजमाइश कर रहे हैं तो वहीं मुख्यमंत्री के खास माने जाने वाले और पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वहीं जेसीसीजे प्रत्याशी रेणु जोगी की उपस्थिति को बेहद ही मजबूत माना जा रहा है।
लेकिन जानकारों की मानें तो यहां लगातार बीजेपी का ग्राफ बढ़ने से क्षेत्र में अब जोगी वर्सेज जूदेव की लड़ाई गूंजने लगी है । अभी कुछ दिन पहले ही कोटा के रतनपुर क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी महिला कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है । वहीं क्षेत्र में शेर और आदमखोर का मुद्दा भी मतदाताओं के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है । लगातार सभी प्रमुख पार्टियां अपने-अपने मुद्दों को
लेकर जनता को प्रभावित करने की कवायद में जुटे हुए हैं ।
इसी कड़ी में आज कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मनोज गुप्ता सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने बीजेपी में प्रवेश किया है जिसे भाजपा प्रत्याशी प्रबल प्रताप जूदेव ने ससम्मान भाजपा में शामिल करवाया है ।
कोंचरा क्षेत्र के कांग्रेस नेता मनोज गुप्ता सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होकर वो बीजेपी के पक्ष में प्रचार में जुट गए हैं।
गौरतलब है कोटा की हाईप्रोफाइल सीट में प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्व अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी, दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप जूदेव और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खास माने जाने वाले अटल श्रीवास्तव के बीच रोचक त्रिकोणीय मुकाबला है । पिछले चुनाव में जेसीसीजे प्रत्याशी रेणु जोगी ने कोटा में इतिहास रचते हुए कांग्रेस की परंपरागत सीट पर पहली बार कब्जा जमाया,इससे पहले यहां कांग्रेस से अबतक विधायक चुने गए थे । कांग्रेस पिछले बार तीसरे पोजिशन पर थी । अगर जेसीसीजे की मौजूदा विधायक के खिलाफ सत्ताविरोधी लहर ने काम किया तो इसका फायदा अधिक से अधिक bjp को मिलने की सम्भावना है । यहां यह कहना अभी मुश्किल है कि तीसरी पार्टी की दमदार उपस्थिति bjp और cong में किसके लिए अधिक फायदेमंद होगा ।