
Raipur News: छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा विभाग में हाल ही में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई के बाद अब एक महत्वपूर्ण फैसला सामने आया है। दुर्ग के तत्कालीन संयुक्त संचालक (JD) हेमंत उपाध्याय, जिन्हें वित्तीय अनियमितता के आरोपों में निलंबित किया गया था, अब राज्य शासन द्वारा बहाल कर दिया गया है।

शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने किया था निलंबित
12 सितंबर 2025 को नए स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान यह बड़ा कदम उठाया था।
बैठक में वित्तीय अनियमितताओं पर सख्त रुख अपनाते हुए दुर्ग के संयुक्त संचालक हेमंत उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया गया था।

अब हेमंत उपाध्याय हुए बहाल
सरकार ने अब आदेश जारी कर हेमंत उपाध्याय को निलंबन से बहाल करते हुए उन्हें उप संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़, रायपुर के पद पर अस्थायी रूप से पदस्थ कर दिया है।
हालांकि, उनके निलंबन अवधि का निराकरण उनके खिलाफ चल रही विभागीय अनुशासनिक कार्यवाही के अंतिम निर्णय के बाद किया जाएगा।
क्या थे आरोप?
हेमंत उपाध्याय पर आरोप था कि उन्होंने अपने अंबिकापुर कार्यकाल (मार्च 2024 से सितंबर 2024) के दौरान लगभग सात महीने की अनुपस्थिति के बावजूद बिना अनुमति के अपना वेतन निकाल लिया।
इसके अलावा उन्होंने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए चार शिक्षकों को नियम विरुद्ध प्रतिनियुक्ति पर जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (DIET), अंबिकापुर में पदस्थ किया।
वित्तीय अनियमितता का मामला
शासन ने इन आरोपों को गंभीर मानते हुए हेमंत उपाध्याय को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के तहत तत्काल निलंबित किया था।
अब प्रशासनिक आवश्यकता के आधार पर उन्हें बहाल किया गया है, लेकिन विभागीय जांच अभी जारी है।
आगे क्या होगा?
हेमंत उपाध्याय की बहाली के बाद अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि विभागीय जांच का परिणाम क्या आता है।
यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई जारी रहेगी। फिलहाल, उन्हें रायपुर में उप संचालक के पद पर अस्थायी रूप से पदस्थ किया गया है।
