जम्मू। जम्मू कश्मीर के डी जी (जेल)  हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के आरोपी यासिर लोहर को पुलिस ने कनाचल के एक खेत से गिरफ्तार कर लिया। यासिर के पास से पुलिस को एक डायरी भी मिली है सोमवार की रात जम्मू के बाहरी इलाके में लोहिया के आवास पर उनकी हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद लाश को जलाने की कोशिश की गई थी। सीसीटीवी में दिखी तस्वीरों में यासिर को भागते देखा गया।

एडीजी(जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने बताया कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया (52) शहर के बाहरी इलाके में अपने उदयवाला निवास पर मृत मिले और उनका गला रेता गया था।

एडीजीपी ने कहा कि घटना स्थल से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध आरोपी को अपराध के बाद भागते हुए देखा गया है। लोहर करीब छह महीने से इस घर में काम कर रहा था। शुरुआती जांच में पता चला कि वह काफी उग्र मिजाज का व्यक्ति था और अवसाद में भी था। मामले की गहन जांच की जा रही है। आरोपी की मानसिक स्थिति को दर्शाने वाले कुछ दस्तावेजी सबूतों के अलावा अपराध में इस्तेमाल किया गया हथियार जब्त कर लिया गया है।

उन्होंने कहा कि घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में तेल लगाया होगा, जिनमें सूजन दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि हत्यारे ने लोहिया का गला काटने के लिए ‘केचप’ की टूटी हुई बोतल का उपयोग किया और बाद में शव जलाने की भी कोशिश की।

एडीजीपी ने कहा कि अधिकारी के आवास पर मौजूद चौकीदारों ने उनके कमरे के अंदर आग लगी हुई देखी। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ना पड़ा।

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि संदिग्ध ने 57 वर्षीय लोहिया को जलाने का भी प्रयास किया। लोहिया को अगस्त में जेल महानिदेशक नियुक्त किया गया था।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने लोहिया की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने बड़े सम्मान और निष्ठा के साथ देश की सेवा की।

इस बीच आतंकी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन का दावा है कि उसके “विशेष दस्ते” ने इस वारदात को अंजाम दिया है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।

भले ही एडीजी लोहिया का हत्यारा गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान डीजी जेल जैसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या वहा के हालातो को बयान करने के लिए काफी है जिसे एक चैलेंज के रूप में भी देखा जा सकता है ।

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