भिलाई में 11 भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के प्रशिक्षु अधिकारियों को नगर निगम भिलाई द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं और महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम कलेक्टर सुश्री रिचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर आयोजित किया गया, जिसमें असिस्टेंट कलेक्टर एम भारद्वाज, सीओ जिला पंचायत एवं आयुक्त बजरंग दुबे द्वारा शहर की प्रमुख योजनाओं और सरकारी पहलुओं पर जानकारी दी गई।
दुर्ग जिले की विशेषताएं और प्रमुख योगदान
- भौगोलिक और ऐतिहासिक जानकारी: प्रशिक्षु अधिकारियों को दुर्ग जिले की भौगोलिक स्थिति, भिलाई स्टील प्लांट के कारण इसकी औद्योगिक पहचान, शिक्षा केंद्र के रूप में इसकी ख्याति, और कृषि आधारित ग्रामीण व्यवस्था के बारे में अवगत कराया गया। दुर्ग जिले का ऐतिहासिक महत्व भी बताया गया।
- सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट: अधिकारियों को घर-घर, दुकान, और बाजार क्षेत्रों से कचरा एकत्र करने, उसके सेग्रीगेशन और रीसायकलिंग की प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इसके लिए उन्हें SLRM सेंटर भी ले जाया गया, जहाँ प्रैक्टिकल रूप से कचरा निष्पादन की प्रक्रिया का अनुभव कराया गया।
भिलाई के जल आपूर्ति प्रणाली का अध्ययन
प्रशिक्षु अधिकारियों को भिलाई के 77 MLD फिल्टर प्लांट का दौरा कराया गया, जहाँ उन्हें शिवनाथ नदी से पानी लाकर विभिन्न प्रक्रियाओं द्वारा पीने योग्य बनाने की पूरी प्रक्रिया समझाई गई। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारी अमृता संदीपन, विष्णु शशि कुमार, शालिनी सिंह, हेमंत सिंह, अर्चना पीपी, कार्तिक राजा के एम, जे आशिक हुसैन, हर्षित सिंह, आयुष अग्रवाल, सूरज केएल, किरण, और सलोनी छाबड़ा ने जल शुद्धिकरण से संबंधित सवाल पूछे, जिनका उत्तर अधिकारियों द्वारा व्यवस्थित ढंग से दिया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी और उनकी भूमिका
इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता दीपक जोशी, जोन आयुक्त सतीश यादव, अजय सिंह राजपूत, रूपेश कुमार पांडे, जनपद पंचायत दुर्ग आशुतोष दुबे, औद्योगिक सुरक्षा स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, अभियंता संजय अग्रवाल, बृजेश श्रीवास्तव, विनीता वर्मा, दीपक देवांगन और अर्पित बंजारे द्वारा आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।