भारत में लाखों मंडियां हैं. कहीं सब्जी मंडी है, कहीं फल मंडी है. कहीं सिर्फ इलैक्ट्रोनिक्स बिकते हैं तो कहीं कबाड़. आप जिस भी मंडी में चले जाइये, आपको लोगों की अच्छी खासी भीड़ नजर आ जाएगी. लेकिन आज हम एक अनोखी मंडी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. कहा जाता है कि इस मंडी में धूल से लेकर फूल तक- सब बिकता है. जिस आइटम को आप कचरा समझते हैं, उसके भी खरीददार यहां आपको मिल जाएंगे. ऐसे में ये किसानों की सबसे पसंदीदा मंडी है.
हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के नीमच मंडी की. इस मंडी में आते ही आपकी हैरानी का ठिकाना नहीं रहेगा. इस मंडी में बेकार समझी जाने वाली चीजों की भी अच्छी कीमत मिल जाती है. फिर चाहे वो नींबू के सूखे छिलके ही क्यों ना हो? इसके अलावा यहां लोग सूखे घास-फूस भी बेचेते हैं. सबसे हैरानी तो इस बात की है कि इनके लिए अच्छी-खासी कीमत भी चुकाई जाती है. आइये आपको बताते हैं इस मंडी में बिकने वाले कुछ खास आइटम के बारे में.
बोरियों में भरकर लाते हैं कीमती कचरा
इस मंडी में किसान कई तरह की चीजें बेचते नजर आ जाते हैं. यहां बोरियों में सूखे नीम की पत्तियां बिकती हैं. इसका मेडिकल वर्ल्ड में काफी इस्तेमाल होता है. आपके घर के आसपास नीम के कई पेड़ होंगे. इसके पत्ते यूं ही सुखकर फेंके जाते हैं. लेकिन इस मंडी में किसान इन पत्तों को भी बेच देते हैं. यहां ये पत्तियां एक हजार से तीन हजार प्रति क्विंटल बेचे जाते हैं. इसके अलावा मोरिंगा की पत्तियां भी इस मंडी में खूब बिकती है. इसकी कीमत दस हजार प्रति क्विंटल तक चला जाता है.
बेहद काम के होते हैं ये पत्ते
इस मंडी में सूखे कढ़ी पत्ते भी खूब बिकते हैं. ये सात हजार पार्टी क्विंटल तक बिकते हैं. मंडी में मेहँदी की पत्तियां भी खूब बिकती हैं. इसके दाम पत्तियों की क्वालिटी पर निर्भर करते हैं. अक्सर किसानों के खेत में खर पतवार की तरह भृंगराज उग जाता है. उसे भी इस मंडी में खरीदा जाता है. इसके अलावा नींबू के सूखे छिलके भी यहां बिकते हैं. इनका इस्तेमाल दवाइयों में किया जाता है. ऐसे में यहां से खरीदकर लोग इसका महंगे सामानों में इस्तेमाल करते हैं.