दुर्ग [ News T20 ] | पीएम किसान सम्मान सम्मेलन कृषि विज्ञान केन्द्र अंजोरा मे माननीय विजय बघेल जी सांसद लोकसभा दुर्ग ने कहा, कि भारत सरकार की महात्वपुर्ण योजना में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना की शुरुआत वर्ष 2018 के रबी सीजन में गईं थीं। इस स्कीम के अंतर्गत किसान को 600 सौ रुपए प्रति वर्ष तीन किस्तों में प्राप्त होते हैं और यह सहायता राशि सीधे उनके बैंक खाते में आतीं हैं।
प्रत्येक चार माह के पश्चात कृषक को 2000 रुपए को सहायता राशि प्राप्त होती है। आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 8 किस्तें जारी कर चुकी हैं, और अब किसानों को 9 वी किश्त जल्द ही जारी की जा चुकी है जल्दी ही मिलने की संभावना है। इस स्कीम के माध्यम से किसानों को आर्थिक स्थिति को सुधारने में काफी सहायता मिलती है ।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी योजना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की विडियो दिखाई गई जिसमें किसानों के विषयों पर चर्चा करते हुए दिखाया गया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा, कि किसानों को और समृद्ध बनाने कई बड़े कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री किसान समृध्दि की शुरुआत हो रही है किसानों के साथ धनिष्ठ नाता जोड़ने वाला देश भारत बना है। करोड़ों किसानों की समृद्ध बनाने और 16 हजार करोड़ रुपए की क़िस्त जमा हो गई है जिसमें कोई बिचोलियों नहीं है सीधे किसानों के बैंक खाते में वे भी दिपावली से पहले पहुंचाने का काम कर रहे हैं। और किसानों की भलाई के लिए किसानों की कम मेहनत हो किसानों को एक से एक बढ़कर टेक्नोलॉजी में काम कर रहे हैं । किसानों के साथ युवा भी जुड़ रहे हैं। आज वन नेशन वन फाइटेलाइजर क्वालिटी खाध मिल रही है। सन् 2014 से पहले किसानों को खाद यूरिया लेने के लिए लाठियां खानी पड़ती थी खाद कि काला बाजारी होती थी हमारी सरकार बनाने से हमने कालाबजारी को बंद किया यूरिया के उत्पादन के लिए कम खर्च में जिसकी जितनी जरूरत है उसके लिए उतनी यूरिया की व्यवस्था किया है आज के नये युग की शुरुआत में क़दम रखा है ।
आज एक बोतल में बंद कर के अपने पैकेट में ले जा सकें ऐसी भी व्यवस्था किया जा चुका है। नये युग के नये नये अध्ययन किया गया है किसानों को समृद्ध बनाने बड़े बदलाव होने जा रहे सवा तीन लाख प्रधानमंत्री किसान समृध्दि के लिए बीज हों मिट्टी हों एक ही जगह पर मिलेगी इन सभी झंझटो से मुक्ति मिलेगी। देश में 85 प्रतिशत छोटे किसान है समय के साथ और छोटे ज़मीन के टुकड़े होते जा रहे हैं खेती में हम और नई ज्यादा टेक्नोलॉजी को अपना रहे हैं ।
वैज्ञानिक पद्धति को बढ़ाने 22 हजार करोड़ अच्छे से अच्छे बीज किसानों को मिले 17 सौ से ज्यादा अच्छे क्वालिटी के बीज किसानों को मिले हमारी प्राथमिकता है। इस अवसर पर डॉ कर्नल एन पी दक्षिणकर कुलपति अंजोरा डॉ संजय शाक्य श्री मती संगीता साहु सरपंच अंजोरा , डॉ विकास खुठे कृषि विज्ञान केंद्र अंजोरा, डॉ एस के थापक, डॉ निशा शर्मा डॉ राजकुमार गठपालेय, डॉ दिलीप चौधरी प्रकाश चंद्रकार, लोकमाणी चंद्राकर सहित सैकड़ों किसान एवं ग्रामीण रहे।