उन्हें गांववालों ने मार कर भगा दिया था। इसके दूसरे दिन गांव में बड़ी संख्या में समाज के लोग आए। उन्होंने गांववालों से मारपीट की। यह मामला कुछ दिन शांत रहा, फिर रविवार को ईसाई समाज के कुछ लोग फिर गांव पहुंचे और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया। जब गांव वालों ने विरोध किया तो उनसे मारपीट की। इसी के विरोध में मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे थे और चर्च में पथराव कर रहे थे। इस दौरान उन्हें रोकने पहुंचे एसपी पर भी पत्थर लगा और वे घायल हो गए।