इंसान चाहे किसी भी देश, जाति, धर्म, संप्रदाय का हो, उसके खून का रंग लाल ही होता है. खून का रंग कभी दूसरे किसी कलर का नहीं होता. पर क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी जगह भी है, जहां इंसान का खून लाल से हरा हो जाता है. ये जगह है गहरा पानी. जी हां, अगर पानी के अंदर इंसान के शरीर पर चोट आ जाए, तब जो खून निकलेगा, वो हरे रंग (Why blood look green underwater) का होगा. पर क्या आप इसका कारण जानते हैं? चलिए हम आपको बताते हैं.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोरा पर अक्सर लोग रोचक सवाल पूछते हैं और आम लोग उसके जवाब देते हैं. कुछ साल पहले किसी ने सवाल किया- “कितने गहरे पानी में इंसान के खून का रंग हरा हो जाता है?” (Blood green underwater reason) कोरा पर पूछे जाने वाले सवाल आम लोगों के होते हैं और आम लोग ही उनके जवाब देते हैं, ऐसे में जवाब की विश्वस्नीयता पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता. इसलिए हम आपको कोरा के जवाबों के बाद अन्य विश्वस्नीय सोर्स से भी बताएंगे कि सच क्या है.
लोगों ने क्या दिया जवाब
विकास जोशी नाम के व्यक्ति ने कहा- “अधिकतर लोगों को नहीं पता लेकिन पानी के 30 से 50 फीट अंदर इंसान का खून लाल रंग कि बजाए हरे रंग का नज़र आता हैं. दरअसल, ज़मीन पर हमें खून का रंग लाल इसलिए दिखाई देता है क्योंकि हमारा खून सूर्य से आ रही सभी रंग कि किरणों को सोख लेता है लेकिन सिर्फ लाल रंग कि किरण को नहीं सोख पाता और उसे परावर्तित या कहें कि वापिस भेज देता है, इसीलिए ज़मीन पर हमें खून लाल रंग का दिखाई देता है, लेकिन पानी के अंदर स्थिति थोड़ी बदल जाती है. वहां खून, सूर्य से आ रही सारी किरणों को (लाल रंग कि किरणों को भी) सोख लेता है, सिर्फ हरे रंग कि किरणों को नहीं सोख पाता और उसे परवर्तित या कहें कि वापस भेज देता है. इसी कारण पानी के 30 से 50 फ़ीट नीचे हमें खून का रंग हरा नज़र आता है.”
ये है असल वजह
चलिए आपको बताते हैं कि सच क्या है. अप्लाइड स्पेक्ट्रोपी जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार खून सबसे ज्यादा लाल रंग रिफ्लेक्ट करता है पर कुछ-कुछ हरा रंग भी रिफ्लेक्ट करता है. वो लाल इसलिए दिखता है क्योंकि वो ज्यादातर हरे रंग को रिफ्लेक्ट करता है. हालांकि, अगर ऐसा लाइट सोर्स लिया जाए, जो प्रकाश के सारे रंगों को खून पर डाले, सिर्फ लाल को छोड़कर, तो खून हरे रंग का नजर आता है. जब पानी की गहराई में जाया जाए, तो धूप की किरणें कम आती हैं, इस वजह से लाल लाइट की मौजूदगी भी कम होती है. इस वजह से जब डाइवर पानी के नीचे जाते हैं और उनके शरीर पर कट जाता है तो खून हरा दिखता है. इस बात का जवाब रिपोर्ट में नहीं दिया है कि कितनी गहराई पर जाने में वो हरा दिखेगा.