Lok Sabh Chunav 2024: अगले साल यानी 2024 में देश में लोकसभा चुनाव होने वाला है। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा से पहले करीब 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। त्रिपुरा में वोटिंग संपन्न हो चुकी है। वहीं, कर्नाटक मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी इस साल चुनाव होंगे। लोकसभा चुनाव से पहले ये नौ राज्य इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि यहां लोकसभा की कुल 116 सीटें हैं। सत्तारूढ़ बीजेपी के लिए लगतार तीसरी बार सरकार बनाने की चुनौती है। वहीं, राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से गदगद कांग्रेस पार्टी पर भी अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने का दबाव है। आज के सियासी हालातों पर लगातार सर्वे हो रहे हैं। अधिकांश सर्वे में बीजेपी की बढ़त का अनुमान लगाया जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस को भी कई राज्यों में लाभ होता दिख रहा है।
इंडिया टुडे-सी वोटर ने बीते महीने एक सर्वे किया था। इस सर्वे में बीजेपी की लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी का अनुमान लगाया गया है। हालांकि, कांग्रेस के लिए भी राहत की खबर है। जनवरी 2023 में हुए सर्वे के मुताबिक, बिहार में कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू गठबबंधन को पांच प्रतिशत वोट का लाभ मिलता हुआ दिख रहा है। वहीं, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी कांग्रेस पार्टी फायदे में दिख रही है। आपको बता दें कि इन राज्यों में हाल के कुछ वर्षों में हुए सर्वे में लगातार कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन की स्थिति में सुधार हुआ है।
यूपीए को कितनी सीटें?
सर्वे के अनुसार, अगर आज लोकसभा चुनाव हुए तो 29 फीसदी वोट शेयर के साथ यूपीए के खाते में 153 सीटें जा सकती हैं। वहीं, अन्य को भी 92 सीटें मिलने की संभावना है। हालांकि, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्य बीजेपी की चिंता बढ़ा रही है। वहीं, 40 सीटों वाले बिहार में भी बीजेपी की नैय्या डगमगा सकती है। इन तीनों राज्यों ने भगवा खेमे की चिंता बढ़ा दी है। बिहार में कांग्रेस पार्टी आरजेडी और जेडीयू के साथ मिलकर सरकार में है। वहीं, महाराष्ट्र में भले ही सत्ता से बेदखल हो चुकी है, लेकिन एनसीपी, उद्धव की शिवसेना और कांग्रेस का गठबंधन आज भी जारी है। अगर इन दोनों राज्यों में गठबंधन जारी रहता है तो बीजेपी की राह मुश्किल हो सकती है। कर्नाटक की बात करें तो यहां बीजेपी पहले से ही सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रही है।
कांग्रेस में कौन ला सकता है सुधार?
वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को लेकर भी लोगों से सवाल किया गया। जब पूछा गया कि कांग्रेस में कौन सुधार ला सकता है तो 26 फीसदी ने राहुल गांधी का नाम लिया, जबकि दूसरे नंबर पर सचिन पायलट रहे। उन्हें 16 फीसदी वोट मिले। तीसरे नंबर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 12 फीसदी और चौथे नंबर पर प्रियंका गांधी आठ फीसदी के साथ रहीं। वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को तीन फीसदी लोगों का साथ मिला।
छह महीने में यूपीए की बढ़ गईं इतनी सीटें
सर्वे में कांग्रेस नीत यूपीए के एक राहतभरी खबर भी है। यूपीए की सीटें बढ़ रही हैं, जबकि एनडीए की सीटें कम हो रहीं। ‘इंडिया टुडे’ और सी-वोटर के सर्वे के सर्वे के अनुसार, पिछले छह महीने में एनडीए की सीटें कम हुई हैं। अगस्त, 2022 में बीजेपी नीत एनडीए के खाते में 307 सीटें जाने का अनुमान था, जबकि जनवरी 2023 में इसकी संख्या घटकर 298 रह गईं। हालांकि, इसके बावजूद एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया है। वहीं, यूपीए की सीटों की बात करें तो अगस्त 2022 में यह संख्या 125 थी। लेकिन जनवरी 2023 में इसमें बड़ा उछाल दर्ज किया गया। यूपीए के जनवरी 2023 के सर्वे में 153 सीटें जीतने का अनुमान लगाया गया है।