
पैसों की लालच में बेटी बनी हैवान, मां-बाप की कर दी बेरहमी से हत्या
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई अपनी ही मां-बाप की हत्या कर सकता है? ब्रिटेन की वर्जीनिया मैककुलॉ (Virginia McCullough) ने ऐसा ही किया, वो भी सिर्फ पैसों की लालच में। यह मामला जितना भयावह है, उतना ही भावनात्मक और सोचने पर मजबूर कर देने वाला है।
कर्ज से घिरी थी वर्जीनिया, हत्या के पीछे था फाइनेंशियल फ्रॉड का डर
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36 साल की वर्जीनिया पर भारी कर्ज था।
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उसे डर था कि उसके माता-पिता उसकी क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी की पोल खोल देंगे।
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इसी डर से उसने जून 2019 में अपने माता-पिता जॉन और लोइस मैककुलॉ की हत्या कर दी।
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हत्या के बाद उसने कोविड महामारी का सहारा लेकर बैंक अकाउंट और पेंशन का इस्तेमाल खुद के लिए करती रही।
चार साल तक शवों को घर में छुपाकर रखा, बनाया ‘घरेलू मकबरा’
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जॉन के शव को घर के स्टडी रूम में ईंटों से बनाए गए एक मकबरे में रखा।
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लोइस का शव प्लास्टिक शीट और स्लीपिंग बैग में लपेटकर अलमारी में बंद किया गया।
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इस दौरान वह झूठ बोलती रही कि माता-पिता ट्रैवल पर हैं।
बहन लुईस ने तोड़ी चुप्पी, कहा – “गिल्ट अंदर से खा जाता है”
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वर्जीनिया की बहन लुईस हॉपकिंस ने पहली बार एक पॉडकास्ट में इस कहानी पर बात की।
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लुईस ने कहा, “मैंने उन्हें माफ कर दिया है, लेकिन मैं उनसे मिलने कभी नहीं जाऊंगी।”
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“जब मैं इस बारे में बात नहीं करती, तो यह मुझे भीतर से बीमार कर देता है।”
हथौड़े और चाकू से की गई हत्या, फिर शव छिपाने के लिए की प्लानिंग
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पिता को नशे में दी गई दवाओं के मिश्रण से मारा गया।
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मां को हथौड़े और चाकू से मार डाला।
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हत्या के बाद मार्केट से ईंट, सीमेंट, टेप और अन्य सामग्री मंगवाई ताकि शवों को लंबे समय तक छिपाया जा सके।
कोर्ट ने सुनाई 36 साल की सजा, लेकिन बहन के लिए यह एक आजीवन दर्द
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कोर्ट में सुनवाई के दौरान वर्जीनिया ने हत्या की बात कबूल की।
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उसे कम से कम 36 साल की जेल की सजा सुनाई गई है।
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लेकिन इस कहानी का दर्द और पछतावा शायद कभी खत्म नहीं होगा।
