दुर्ग / छोटा परिवार खुशहाल परिवार के संदेश को जिला दुर्ग के लोग साकार कर रहे है। एक निश्चित पैमाने पर जनसंख्या समाज की उपलब्धि है। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशानुसार जिले में पुरूष/महिला नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 27 जून 2024 से 24 जुलाई 2024 तक जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा आयोजित होगी।
यह पखवाडा़ 02 चरणों में आयोजित किया जाएगा, पहला चरण मोबलाईजेशन एवं द्वितीय चरण सेवा वितरण चरण के रूप में मनाया जाएगा। गांव-गांव में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मोर मितान मोर संगवारी सम्मेलन के माध्यम से पुरूष नसबंदी पखवाड़ा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जिससे पूरे परिवार को परिवार कल्याण के महत्व को समझाया जा सके, स्वास्थ्य केंद्रों पर कंडोम बॉक्स रखे गये हैं ताकि लोग खुद ही इस साधनों को बॉक्स से ले सके। इस बार जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा 2024 को विकसित भारत की नयी पहचान, परिवार नियोजन हर दम्पत्ति की शान की थीम पर मनाया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.पी. मेश्राम के द्वारा जागरूकता हेतु सारथी रथ रवाना किया जायेगा। जिला परिवार कल्याण नोडल अधिकारी डॉ. सी.बी.एस. बंजारे ने बताया कि पुरूष नसबंदी में मात्र 10 मिनट का समय लगता है एवं नसबंदी के तुरंत बाद घर जा सकते है।
पुरूष नसबंदी सरल, सुरक्षित और आसान विधि है, इसलिए योग्य और इच्छुक लाभार्थी आगे आकर इस विधि का चुनाव करें और लाभ उठायें। पुरूष नसबंदी के पश्चात् किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती है एवं सामान्य कार्य प्रारंभ कर सकते है। जिला दुर्ग में पखवाड़े के दौरान जिला चिकित्सालय दुर्ग, एवं समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पुरूष/महिला नसबंदी ऑपरेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी।
पखवाड़े के दौरान अधिक से अधिक संख्या में हितग्राही को लेकर आने एवं जागरूकता के उद्देश्य से मोर मितान मोर संगवारी चौपाल एवं सास-बहू सम्मेलन के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ द्वारा लक्ष्य दंपत्ति की ग्रामवार सूची तैयार कर आयोजन किया जा रहा है।
जिला सलाहकार परिवार कल्याण शोभिका गजपाल के अनुसार पुरूष नसबंदी के पश्चात् हितग्राही के खाते में प्रोत्साहन राशि के रूप में 3000 रूपए एवं महिला नसबंदी में हितग्राही को 2000 रूपए प्रदाय किया जाता है। परिवार नियोजन बढ़ती जनसंख्या को रोकने के साथ-साथ माता एवं शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।