रायपुर / स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने एक निजी होटल में आयोजित समीक्षा बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सुबह से देर शाम तक चली समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की जिलेवार समीक्षा की तथा उनमें सुधार के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
समीक्षा बैठकों का दौर कल 28 सितम्बर को भी जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर., स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक भीम सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक भोसकर विलास संदीपन, सीजीएमएससी के प्रबंध संचालक अभिजीत सिंह, संचालक,
महामारी नियंत्रण डॉ. सुभाष मिश्रा तथा सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन भी मौजूद थे। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने समीक्षा बैठक में लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है।
नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। हमें इसे और बेहतर करना है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी क्षमता से लोगों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और यहां के हर नागरिक तक सभी जरुरी सेवाएं पहुंचाई जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने सभी जिलों की मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही वहां मानव संसाधन,
उपकरणों और दवाईयों की उपलब्धता की खास तौर पर समीक्षा की। उन्होंने कोरोना काल के दौरान निर्मित ऑक्सीजन पाइपलाइन एवं ऑक्सीजन संयंत्रों की समुचित देखभाल और रखरखाव के निर्देश दिए। उन्होंने सभी स्तर के अस्पतालों में आईपीडी मरीजों के इलाज के क्लेम राशि के अधिक से अधिक प्रकरण भुगतान के लिए भेजने के भी निर्देश दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने सीजीएमएससी (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन) को बस्तर संभाग सहित प्रदेश के सभी संभागों में प्रगतिरत कार्यों को तेजी से पूर्ण करने कहा। उन्होंने सीजीएमएससी द्वारा अस्पतालों में दवाईयों की आपूर्ति की भी जानकारी ली।
सिंहदेव ने कहा कि सभी दवाईयों की खरीदी समय पर हो और वे अस्पतालों के माध्यम से आम जनता के लिए सुलभ हो। उन्होंने सभी सीएमएचओ को निर्देशित किया कि वे माह में कम से कम एक बार ड्रग वेयरहाउस का निरीक्षण अवश्य करें।
इससे उन्हें दवाइयों के स्टॉक की सही जानकारी मिलेगी और वे तदनुरूप सीजीएमएससी को इन्डेंट भेज सकेंगे। उन्होंने कैल्शियम की कमी वाले गर्भवती महिलाओं को इसकी दवा अनिवार्यतः उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कैल्शियम की दवा की कमी होने पर स्थानीय स्तर पर इसकी खरीदी कर आपूर्ति की जाए।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने सभी जिलों में गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच पर जोर दिया। उन्होंने कम एएनसी वाले जिलों में इसकी संख्या बढ़ाने के साथ ही ज्यादा जोखिम वाले महिलाओं पर विशेष ध्यान देने कहा। प्रसन्ना ने गर्भवती महिलाओं की एनीमिया और सिकलसेल जांच विशेष रूप से करने के निर्देश दिए।
साथ ही उन्होंने एएनसी पंजीयन के दौरान ही गर्भवती महिलाओं की विशेष कॉउंसिलिंग एएनएम और मितानिनों के माध्यम से कराने कहा। उन्होंने नए जिलों में भी सुव्यवस्थित रूप से ब्लड स्टोरेज की व्यवस्था करने को कहा।
जिन जगहों पर सी-सेक्शन ऑपरेशन हो रहे हैं, वहां भी उन्होंने ब्लड स्टोरेज का इंतजाम करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने समीक्षा बैठक में सीजीएमएससी के कार्यों के साथ ही मातृ स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, चिरायु योजना,
ब्लड बैंक एवं ब्लड स्टोरेज केन्द्रों, सिकलसेल कार्यक्रम, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना तथा परिवार कल्याण कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में जिलों में पदस्थ विभागीय उपसंचालक, जिला कार्यक्रम अधिकारी, संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।