सनातन धर्म में हनुमानजी और हनुमान चालीसा का विशेष स्थान है. यदि आप भी सनातन धर्म से संबंध रखते हैं तो अपने हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य किया होगा, लेकिन क्या आपने कभी एक सेंटीमीटर की हनुमान चालीसा देखी है? जी हां एक सेंटीमीटर की एक हनुमान चालीसा. हरियाणा के हिसार के जितेंद्र पाल सिंह ने एक सेंटीमीटर की पुस्तक पर हनुमान चालीसा लिखकर सबको चौंका दिया है.
सूक्ष्म कलाकृति बनाने में माहिर हिसार के जितेंद्र पाल सिंह ने एक सेंटीमीटर की हनुमान चालीसा की पुस्तक बनाई है. जितेंद्र पाल सिंह का दावा है कि उन्होंने एक सेंटीमीटर लंबी और आधा सेंटीमीटर चौड़ी हनुमान चालीसा की पुस्तक को तैयार किया है. इस पुस्तक में हनुमान चालीसा को 15 पन्नों पर लिखा गया है. वहीं, इसके कवर पर हनुमानजी का पहाड़ उठाने वाला चित्र भी है. उनके द्वारा बनाई गई इस पुस्तक के सभी 15 पन्नों को लेमिनेशन करवाया गया है, ताकि ये खराब न हो पाएं.
लिखने में लगा 15 दिन का समय
जितेंद्र पाल सिंह के अनुसार, इस छोटी हनुमान चालिसा को लिखने में 15 दिन लगे हैं. बताया कि इस हनुमान चालीसा को लोग आसानी से पढ़ सकते हैं. बता दें कि जितेंद्र पाल सिंह पेशे से शिक्षक हैं और वह एक निजी स्कूल में बच्चों को ड्राइंग बनाना सिखाते हैं. जितेंद्र पाल सिंह 70 के करीब सूक्ष्म कलाकृति बना चुके हैं. उनकी इस सूक्ष्म कलाकृति में से कई सूक्ष्म कलाकृति का नाम रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ, इंडिया बुक ऑफ और एशिया बुक ऑफ में दर्ज हो चुका है. इसके लिए उन्हें कई बार सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है.
इन सूक्ष्म कलाकृतियों से नाम कमा चुके जितेंद्र
जितेंद्र पाल चावल के दाने पर 118 देशों के झंडे बनाने, चने की दाल के दाने पर 10 सिख गुरुओं की तस्वीर बनाने, सबसे छोटी हनुमान चालीसा सहित 70 सूक्ष्म कलाकृतियां बना चुके हैं और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड सहित 35 रिकॉर्ड में अपने नाम दर्ज करवा चुके हैं. इतना ही नहीं जितेंद्र पाल प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल धनिक लाल मंडल, गणतंत्र दिवस समारोह में तत्कालीन राज्यपाल महावीर प्रसाद सहित अनेक सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से सम्मानित हो चुके हैं.