राजनांदगांव / शिक्षक पिता ने अपने दसवीं में पढ़ रहे बेटे को अपने शिक्षक मित्र के साथ नवोदय विद्यालय में छोड़ा। जिसके महज़ दो घण्टो बाद ही उनके बेटे ने स्कूल के कैम्पस में स्थित अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। टी टाइम में अन्य छात्र- छात्राओं ने उसे फांसी पर लटकते हुए देखा तो हड़कंप मच गया। मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का है।

गिरधारीराम सहारे छुरिया ब्लॉक के शासकीय प्राथमिक शाला बिजेपार में शासकीय शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उनका मूल निवास बालोद जिले के डौंडीलोहारा नारंगी है। उनका 15 वर्षीय बेटा तन्मय सहारे नवोदय विद्यालय का छात्र है। कल दोपहर डेढ़ बजे शिक्षक गिरधारी राम ने उसे अपने शिक्षक मित्र के साथ नवोदय विद्यालय छोड़ा था। जिसके बाद विद्यालय परिसर के अपने कमरे में तन्मय ने फांसी लगा ली।

शाम साढ़े 4 बजे टी टाइम में अन्य छात्रों ने तन्मय को फांसी से लटकते हुए देखा। जिस पर उन्होंने इसकी सूचना प्राचार्य व अन्य शिक्षकों को दी। इसकी जानकारी पर प्राचार्य व अन्य शिक्षक तन्मय को फांसी के फंदे से उतार कर स्थानीय शासकीय अस्प्ताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने परीक्षण उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर डोंगरगढ़ थाना प्रभारी एमन साहू स्टाफ के साथ अस्प्ताल पहुँचे और जांच शुरू की।

तन्मय के पिता गिरधारी सहारे ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चे को एक शिक्षक दोस्त के साथ नवोदय विद्यालय भेजा था। डेढ़ बजे बच्चे को छोड़ने के बाद पांच बजे उन्हें विद्यालय प्रबंधन से इसकी जानकारी मिली। वे जब तक अस्पताल पहुँचे तब तक उनके पुत्र की मौत हो गई थी। छात्र के पिता ने बताया कि उनका पुत्र तन्मय पढ़ाई में मेधावी था। उसने आत्महत्या क्यो की यह समझ से परे हैं। मामले में विद्यालय प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।

पुलिस ने जब प्राचार्य रूपेंद्र सिंह से पूछताछ की तो उन्होंने कुछ भी जानकारी होने से इंकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस अन्य छात्रों व शिक्षकों से यह जानकारी जुटा रही हैं कि ऐसा क्या हिया कि छात्र ने स्कूल आते ही आत्महत्या कर ली। प्रथम दृष्टया लग रहा कि छात्र हॉस्टल नही आना चाहता था इसलिए ही उसने आत्महत्या की है। पुलिस घटना की सभी एंगल से जांच कर रही है।

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