Gold Silver Rate Today : राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमतों में 200 रुपये की गिरावट देखी गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 91,450 रुपये से गिरकर 91,250 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 200 रुपये सस्ता होकर 90,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।

दूसरी ओर, चांदी की कीमतों में पिछले पांच सत्रों की गिरावट के बाद उछाल आया और यह 200 रुपये बढ़कर 92,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। ये बदलाव स्थानीय बाजारों में कमजोर मांग और वैश्विक कारकों के बीच हुए। आइए जानते हैं कि इसके पीछे क्या कारण हैं और आगे क्या हो सकता है।

सोने में गिरावट, चांदी में तेजी

सोमवार को सोना 91,450 रुपये (99.9% शुद्धता) और 91,000 रुपये (99.5% शुद्धता) पर बंद हुआ था। मंगलवार को इसमें 200 रुपये प्रति 10 ग्राम की कमी आई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने बताया कि स्थानीय स्तर पर मांग कमजोर रहने से ये गिरावट हुई। उधर, चांदी की कीमतें 92,500 रुपये से बढ़कर 92,700 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं, जो पिछले पांच दिनों की गिरावट के बाद राहत का संकेत है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार का हाल

विदेशी बाजारों में हाजिर सोना 0.82% की बढ़त के साथ 3,007.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। वहीं, एशियाई कारोबारी घंटों में हाजिर चांदी 0.69% चढ़कर 30.29 डॉलर प्रति औंस पर रही। यह तेजी वैश्विक अनिश्चितता और टैरिफ तनाव के बीच सोने-चांदी की सुरक्षित निवेश के रूप में मांग बढ़ने का नतीजा है।

दिल्ली में कीमतों का विवरण

  • सोना (99.9% शुद्धता): 91,250 रुपये प्रति 10 ग्राम (200 रुपये की गिरावट)
  • सोना (99.5% शुद्धता): 90,800 रुपये प्रति 10 ग्राम (200 रुपये की गिरावट)
  • चांदी: 92,700 रुपये प्रति किलोग्राम (200 रुपये की बढ़त)

नोट: ये रेट्स बिना GST के हैं। स्थानीय करों के कारण आपके शहर में कीमतें थोड़ी अलग हो सकती हैं।

क्यों हुई गिरावट और तेजी?

  • सोना: स्थानीय बाजार में मांग कमजोर होने और शादी के सीजन से पहले खरीदारी में कमी से कीमतें गिरीं।
  • चांदी: वैश्विक मांग में सुधार और पिछले सत्रों की गिरावट के बाद रिकवरी से कीमतें बढ़ीं।
  • वैश्विक असर: अमेरिका-चीन टैरिफ तनाव और रुपए की कमजोरी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों को प्रभावित किया।

देश में कैसे तय होती है सोने की कीमत?

भारत में सोने की कीमत कई वजहों से बदलती रहती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव, सरकार की लगाई गई इंपोर्ट ड्यूटी, टैक्स और रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव। सोना सिर्फ निवेश का साधन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा भी है। शादी-ब्याह और त्योहारों के समय इसकी मांग बढ़ने से कीमतें भी बढ़ जाती हैं। लोग इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ता है।

सोने की शुद्धता की पहचान

ISO (Indian Standard Organization) द्वारा सोने की शुद्धता पहचानने के लिए हॉल मार्क दिए जाते हैं। 24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999, 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है। ज्यादातर सोना 22 कैरेट में बिकता है, और कुछ लोग 18 कैरेट का इस्तेमाल भी करते हैं। कैरेट 24 से ज्यादा नहीं होता, और जितना ज्यादा कैरेट होगा, सोना उतना ही शुद्ध कहलाता है।

22 और 24 कैरेट में अंतर

24 कैरेट गोल्ड 99.9% शुद्ध होता है और 22 कैरेट लगभग 91% शुद्ध होता है। 22 कैरेट गोल्ड में 9% अन्य धातु जैसे तांबा, चांदी, जिंक मिलाकर जेवर तैयार किया जाता है। 24 कैरेट सोना शुद्ध होता है, लेकिन उसके आभूषण नहीं बनाए जा सकते। इसलिए ज्यादातर दुकानदार 22 कैरेट में सोना बेचते हैं।

मिस्ड कॉल से ऐसे जानें गोल्ड का भाव

22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं। कुछ ही देर में SMS के जरिए रेट्स मिल जाएंगे। इसके अलावा, लगातार अपडेट्स के लिए ibja.co या ibjarates.com पर देख सकते हैं।

हॉलमार्क का रखें ध्यान

सोने को खरीदते समय उसकी क्वॉलिटी का ध्यान जरूर रखें। ग्राहक हॉलमार्क का निशान देखकर ही खरीदारी करें। हॉलमार्क सोने की सरकारी गारंटी है, जिसे ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) द्वारा निर्धारित किया जाता है। हॉलमार्किंग योजना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत संचालन, नियम और रेग्युलेशन का काम करती है।

Share on

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *