कोरबा। पुलिस ने 4 साल बाद युवती के गुमशुदगी के मामले को सुलझाने में सफलता हासिल की है। चार बरस पहले प्रेमी ने प्रेमिका की गला घोंटकर हत्या कर दी थी, फिर लाश को जंगल की खाई में फेंक दिया था। पुलिस ने इस मामले को सुलझाते हुए खाई से कंकाल को बरामद कर लिया है। आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि विगत 11 जनवरी 2021 को सूचक कुमारी एम्मा बड़ा पिता स्व. निर्मल बड़ा उम्र. 33 साल साकिन ग्राम केउबहार थाना लेंमरू द्वारा एक लिखित आवेदन दिया गया था।
जिसमें उसकी छोटी बहन कुमारी असीमा बड़ा पिता स्व. निर्मल बड़ा उम्र 20 साल के 10 दिसम्बर 2020 को कोरबा काम करने जाने के नाम से घर से निकलना बतायाहै, जो आज दिनांक तक घर वापस नहीं आई है। सूचक की रिपोर्ट पर थाना लेंमरू में 11 जनवरी 2021 को गुम इंसान क. 01/2021 कायम कर जांच कार्यवाही में लिया गया। पुलिस के द्वारा मामले की जांच की जा रही थी।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला के द्वारा सभी थाना/चौकी का मीटिंग लेकर गंभीर अपराध, गुम इंसान पर विशेष ध्यान देने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया था। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा एवं तीनों अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारियों के मार्गदर्शन में सभी थाना प्रभारी इस पर कार्य कर रहे थे। थाना प्रभारी लेंमरू जितेंद्र यादव और उनके स्टाफ तथा साइबर सेल प्रभारी अजय सोनवानी और उनके स्टाफ को थाना लेंमरू के गुम इंसान कुमारी असीमा बड़ा के गुम इंसान में काम करने के लिए लगाया गया था, जिसमें टीम के द्वारा गुम इंसान के सभी पहलुओं को बारीकी से अध्ययन किया गया। समस्त गवाहों से पूछताछ किया गया। पूछताछ में एक नई बात खुल के बाहर आई कि कुमारी असीमा बड़ा गुमशुदगी के समय दो माह की गर्भवती थी तथा उसका प्रेमी अनसेलम लकड़ा गर्भ चेक कराने के लिये कम्पाउंडर के पास लेकर आया था। प्रेग्नेंसी चेक करने पर गर्भवती होना पता चलने पर अनसेलम लकड़ा ने गर्भपात कराने का दवा भी लिया था।
इस बात की जानकारी होने पर इस तथ्य की तस्दीकी हेतु संबधित कम्पाउंडरो से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त बातो की पुष्टि किया गया। इस आधार पर अनसेलम लकड़ा के पूर्व के बयान का अध्ययन करने पर उसके द्वारा असीमा बड़ा के गर्भवती होने संबधी बात को छुपा दिया जाना पाया गया। असीमा बड़ा के प्रेमी अनसेलम लकड़ा को तलब कर पूछताछ करने पर उसने पहले तो पुलिस टीम को गुमराह करने लगा। बाद में टीम के द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने एवं सभी पहलू को उसके सामने रखने पर उसने अपना जुर्म कबूल किया। आरोपी ने लगभग 04 साल पूर्व असीमा बड़ा के गुमशुदगी दिनांक 9 अक्टूबर 2020 को ही रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर उसके लाश को छिपाने के नियत से घाटी एवं घने जंगलो के खाई में फेंक देने की बात बताया।
संदेही के निशादेही पर घटना स्थल टोपरघाट के जंगल लेंमरू श्यांग रोड में गुम इंसान असीमा बड़ा के लाश के अवशेष कपाल (मानव खोपड़ी), एव उसके शरीर की 5 अन्य अस्थियां बरामद हुईं। साथ हीं घटनास्थल पर ही मृतिका के कपड़े बाल पायल वगैरह भी मिला। जिनके आधार पर मृतिका की पहचान असीमा बड़ा के रूप में हुई है। आरोपी के मेमोरेंडम के आधार पर उपरोक्त वस्तुएं बरामद कर जप्त किया गया। मामले में थाना लेंमरू मे मर्ग कमांक 01/24 धारा 174 दप्रसं तथा अपराध कमांक 06/24 धारा 302, 201 भादवि कायम कर आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा जा रहा है। उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी लेंमरू जितेंद्र यादव, साइबर सेल प्रभारी अजय सोनवानी, प्रआर. सुदेश तिर्की, चंद्रशेखर पांडे, गुनाराम सिंहा, आरक्षक प्रशांत सिंह, जितेंद्र जायसवाल, डेमन ओगरे, विपिन नायक, विक्रम नारंग, दिनेश रत्नाकर का सराहनीय योगदान रहा।