रायगढ़। थाने के टीआई को बलात्कार के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने वाली युवती और एक अन्य को गिरफ़्तार किया गया। दोनों ने मिलकर घरघोड़ा थाना प्रभारी प्रवीण मिंज को रेप के मामले में फसाने की धमकी दी थी। साथ ही इसके एवज में 50 हजार की मांग भी की थी।
पुलिस ने जांच के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर धारा 344, 376, 506 के तहत मामला दर्ज कर रिमांड पर भेजा गया। जानकारी के मुताबिक, थाना प्रभारी प्रवीण मिंज आरोपी युवती द्वारा पूर्व में उसके प्रेमी विक्रम मंडल के संबंध में शिकायत आवेदन पत्र दिया गया था जो जांच के लिए थाना प्रभारी धरमजयगढ़ को प्राप्त हुआ था ।
धरमजयगढ़ पदस्थापना दौरान उप निरीक्षक प्रवीण मिंज द्वारा आवेदिका व उसके प्रेमी विक्रम मण्डल उसकी मां का कथन लेकर जांच किया गया। जांच में शिकायतकर्ता युवती और प्रेमी विक्रम मंडल के बीच आपसी मन मुटाव हो जाने के कारण युवती ने बिलासपुर में बलात्कार का अपराध दर्ज कराने की जानकारी मिली।
महिला थाना बिलासपुर से डायरी थाना धरमजयगढ में स्थानांतरण होने पर अपराध दर्ज कर आरोपी विक्रम मंडल को रिमांड पर भेजा गया था। बलात्कार के प्रकरण में विक्रम मंडल जेल में निरूद्ध था जिसकी बाद में जमानत हुई। आरोपी विक्रम मंडल के जमानत हो जाने से नाराज युवती ने उप निरीक्षक प्रवीण मिंज के खिलाफ झूटी शिकायत की।
शिकायतकर्ता युवती ने उप निरीक्षक प्रवीण मिंज के विरूद्ध छेडछाड की झूठी लिखित शिकायत पुलिस में दी। इस दौरान युवती के साथी बाबा थवाईत द्वारा प्रवीण मिंज को ब्लेकमेल कर 50,000 रूपये की मांग की। रूपए नहीं देने पर युवती और आरोपी बाबा थवाईत झूठें केस में फसा देने की धमकी दी।
हद तो तब हो गई जब बाबा थवाईत ने वाईस कॉल करके पैसे की मांग की, जिसका वाईस रिकार्डिंग भी किया गया। साथ ही सब इंस्पेक्टर ने इसकी शिकायत थाना सिटी कोतवाली में दर्ज कराई। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी बाबा थवाईत 52 वर्ष निवासी यदुनंदन तिफरा बिलासपुर, व (23 साल) निवासी सरकंडा बिलासपुर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया ।