
घटना का विवरण
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। मर्दापाल-02 परियोजना के पदेली स्कूलपारा आंगनबाड़ी केंद्र में करंट लगने से एक बच्ची की मौत हो गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और दुख का माहौल बना दिया।
कलेक्टर ने दिए कड़े निर्देश
जिला कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना के निर्देशानुसार इस गंभीर लापरवाही के मामले में तत्काल कार्रवाई की गई है।

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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती धसनी बाई और सहायिका श्रीमती ममता कोर्राम को तुरंत बर्खास्त कर दिया गया।
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वहीं, सेक्टर मर्दापाल-02 की पर्यवेक्षक श्रीमती मनीषा कतलाम को निलंबित कर दिया गया है।
आदेश और नियम
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परियोजना अधिकारी, एकीकृत बाल विकास परियोजना (कोंडागांव-03) द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कार्यकर्ता और सहायिका ने अपनी जिम्मेदारी में घोर लापरवाही बरती।
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महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने आदेश जारी कर बताया कि पर्यवेक्षक के कार्य में लापरवाही और स्वेच्छाचारी रवैया पाया गया।
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छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
निलंबन अवधि में नियम
निलंबन के दौरान पर्यवेक्षक का मुख्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, कोंडागांव तय किया गया है। इस अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
प्रशासन की संवेदनशीलता
घटना के बाद कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम अजय उरांव ने विभागीय अधिकारियों के साथ मौके का निरीक्षण किया। उन्होंने मृतक बच्ची के परिजनों से मुलाकात की और प्रशासन की ओर से ₹20,000 की आर्थिक सहायता राशि सौंपी।
