भूत-प्रेत से जुड़े कई किस्से और कहानियों के बारे में जरूर आपने पढ़ा या सुना होगा. पैरानॉर्मल एक्सपर्ट का मानना है कि भूत-प्रेत और आत्माओं की शक्तियों से अब तक पूरी तरीके से पर्दा नहीं उठा है. वहीं देश दुनिया में ऐसे कई लोग हैं, जो इस बात का दावा करते हैं कि उन्होंने भूतों को देखा है. पैरानॉर्मल एक्सपर्ट्स के अनुसार मरे हुए लोगों की आत्मा उसके शरीर के खत्म होने के बाद भी जिंदा रहती है. यही आत्मा अपने अस्तित्व को अजीबोगरीब ढंग से व्यक्त करने की कोशिश करती है. इसे ही भूत प्रेत कहा जाता है.
पैरानॉर्मल एक्सपर्ट वैभव के हम में से कई लोग जब रात के समय अंधेरे में होते हैं, तो ये महसूस होता है कि कोई हमको ऑब्जर्व कर रहा है. वहीं जिन लोगों ने भूतों को देखने का दावा किया है, उनमें से ज्यादातर लोगों ने उन्हें रात के समय में ही देखा है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर भूत प्रेत रात के समय में ही क्यों दिखते हैं. क्या भूत-प्रेत वास्तव में होते हैं? भूत रातों में ही क्यों आते है? सर्दियों की रात में भूत दिखने की आशंका बढ़ जाती है. इन्हीं सवालों का जवाब दिया काउंसिल फॉर पैरानॉर्मल एंड स्पीरिचुअल रिसर्च के डायरेक्टर वैभव भारद्वाज ने.
क्या भूत-प्रेत पर भी पड़ता है मौसम का प्रभाव?
वैभव बताते है की सर्दियों के समय में रात लंबी होती है और दिन छोटे. अब सर्दियों की रात में ठंड पड़ने के कारण लोग घरों से बहार नहीं निकलते. सड़क सुनसान होती है, माहौल शांत होता है. ऐसे में दिमाग कई तरीके की बाते सोचने लग जाता है. यहां ये समझने की चीज की भूत -प्रेत या ऊर्जाओं पर किसी मौसम विशेष का कोई असर नहीं होता.
ऐसे में सर्दी हो या गर्मी उनके बीहेव करने का पैटर्न नहीं बदलेगा. इसके साथ कई बार ऐसा होता है की व्यक्ति के मन में ऐसे भाव आ जाते है की किसी जगह पर कुछ नकारात्मक है. ऐसे में मन में कई तरीके के धोखे होने लगते है. यें सभी पूर्ण रूप से साइकोलॉजिकल होते है और आप जितना डरते है, उतना ही महसूस करने लगते है.
रात में क्यों दिखाई देते हैं भूत-प्रेत?
वैभव ने बताया कि भूत प्रेत रात के समय इसलिए दिखते हैं क्योंकि उस दौरान काफी शांति होती है. रात के समय इलेक्ट्रॉनिक डिस्टरबेंस काफी कम होता है. दिन के समय अत्यधिक इलेक्ट्रॉनिक डिस्टरबेंस भूतों की ऊर्जा को डिस्टर्ब कर देती है. यही एक बड़ा कारण है, जिसके चलते भूत प्रेत रात के समय सक्रिय होते हैं.