भिलाई नगर। छत्तीसगढ़ के भिलाई में अपहरण के बाद हत्या की गुत्थी को सुपेला पुलिस ने सुलझा लिया है। 7 अक्टूबर से लापता मृतक नीलेश डाहरे के गुम होने की सूचना 17 अक्टूबर को परिजनों के द्वारा दी गई थी। मृतक स्मृति नगर कालोनी में रहता था. किराये से म्यूजिक एलबम बनाने का कार्य करता था। स्मृति नगर क्षेत्र से मृतक को अर्टिका कार में उठाकर आरोपी ले गये थे ।
सिमगा क्षेत्र के कचकोन गांव के नर्सरी में ले जाकर हत्या की गई। हत्या के बाद साक्ष्य छुपाने के लिये शातिर आरोपियो ने मृतक के शव के करीब 10 से अधिक टुकड़े कर अलग-अलग चार बोरों में डालकर शव को डिस्पोजल करने का प्रयास किया गया। 72 घण्टो से अधिक सुपेला थाना व स्मृति नगर चौकी की पुलिस टीम ने सिमगा में ही केम्प कर सर्च ऑपरेशन जारी रखा। तकनीकी साक्ष्य की सहायता से लिया 06 आरोपियो को हिरासत में लिया गया।
आरोपीगण की निशानदेही पर घटना स्थल से करीब 150 कि.मी. दूर बोरे में भरा मृतक के धड़ का हिस्सा मिला। घटना में प्रयुक्त हथियार कुल्हाड़ी, डण्डा, चाकू, वाहन बरामद दुर्ग पुलिस ने सिमगा क्षेत्र के आदतन व कुख्यात आरोपी मोन्टू उर्फ अमरजीत के गैंग का पूरा सफाया कर दिया है। पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने आज पुलिस नियंत्रण कक्ष में ली गई पत्र वार्ता में बताया कि नीलेश डाहरे जो कि स्मृति नगर में रहता है। पुलिस को उसके भाई ने जानकारी दी कि 7 अक्टूबर से फोन रिसिव नहीं कर रहा है फोन बंद हो गया है।
सूचना पर पुलिस ने गुम इंसान दर्ज कर पता तलाश शुरू ने बताया कि नीलेश म्यूजिशियन है एलबम वगैरह बनाता है। पुलिस ने पता तलाश के दौरान आस-पास के लोगो व नीलेश के साथी मित्रो से पूछताछ किया पर कुछ भी पता नही चल पा रहा। था। गुम इंसान की एक्टीवा भी गायब थी। मामले में कुछ संदेह होने से थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश शर्मा को अवगत कराया गया। मामले में किसी अप्रिय घटना घटित होने की आशंका पर थाना प्रभारी द्वारा तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए टेक्नीकल साक्ष्यों का सहारा लिया।
निलेश की कॉल डिटेल निकलवाने पर उसके अवलोकन पर काफी अजीब चीजें देखने को मिले। टीम के द्वारा सिमगा के ग्राम कचकोन में ही कैम्प कर घटना से जुड़े व सी. डी. आर. में मिले तथ्यों के आधार पर सूक्ष्य इन्वेस्टीगेशन हुए मामले से जुड़े 6 संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया सभी संदेही बहुत ज्यादा शातिर व अपराधिक प्रवृत्ति के लोग थे। पूरे क्षेत्र में इनके नाम का खौफ था। बहुत मशक्कत के बाद 6 में से 3 आरोपी टूट गये और नीलेश को भिलाई से अपहरण कर लाकर हत्या कर देना कबूल किया।
आरोपियों ने घटना कबूल तो कर लिया था परन्तु आरोपियों ने जो घटना का स्वरूप पुलिस को बताया वो पुलिस टीम को पच नही रही थी और न ही आरोपियों के निशानदेही पर मृतक का शव अथवा हथियार था कोई भी साक्ष्य बरामद नहीं हो पा रहे थे। पुलिस टीम के हाथ अब भी पूरी तरह से खाली थे। इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबीर से कुछ महत्वपूर्ण सूचना मिली जिसके आधार पर आरोपियों से पुनः पूछताछ किये जाने पर आरोपियों ने घटना कबूल किया और बताया कि नीलेश से उक्त सभी आरोपियों का दोस्ती था जो अपने फरारी के समय भी नीलेश के पास आकर ठहरते थे।
टीम में आरोपियों के निशानदेही पर मृतक के शव का धड़ का भाग महासमुंद से करीब 150 कि.मी. दूर नेशनल हाईवे से लगे पहाड़ जंगल से बरामद कर लिया है। अन्य हिस्सो को अलग-अलग जगह नदी में फेंकना बताये है जिसकी तलाश अब भी जारी है। आरोपीगण द्वारा घटना में प्रयुक्त कुल्हाडी, चाकू, व डंडे आदि पुलिस ने बरामद कर लिये है। घटना में प्रयुक्त अर्टिका कार व मृतक की एक्टीवा भी आरोपीगण के कब्जे से बरामद कर लिया गया है। पुलिस टीम ने मामले में अब तक 06 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कुछ संदेही की तलाश अब भी पुलिस कर रही है। जिन्हे जल्द ही पकड़ लिया जायेगा ।।
ज्ञात हो कि उक्त घटना में शामिल आरोपी मोण्टू व वरूण से मृतक नीलेश ने करीब 1,60,000 रूपये भी ले रखे थे साथ ही मोण्टू का एक एक्टीवा भी अपने पास रखा था, जो दे नही रहा था। जब भी ये एक्टीवा लेने जाते थे तो नीलेश पुलिस में रिपोर्ट करने की धमकी देता था। इसी बात से नाराज होकर मोण्टू जो कि एक कुख्यात अपराधी है ने अपने गैंग के वरूण, भोजराम व अन्य के साथ मिलकर किराये की एक अर्टिका कार बुक कर भिलाई आकर मृतक नीलेश का 7 अक्टूबर को अपहरण कर ग्राम कचकोन (सिमगा) में एक नर्सरी में ले जाकर मारपीट किये हत्या करने के बाद मनीष निवासी कचकोन के घर लाकर मृतक के शव के छोटे-छोटे कर उन्हें अलग-अलग चार बोरों में भर कर अलग-अलग स्थानो पर डिस्पोज कर दिये।
पूछताछ उपरांत वैधानिक कार्यवाही करते हुए कुख्यात आरोपी जिनके विरूद्ध आस-पास क्षेत्र का कोई भी व्यक्ति कुछ भी बोलने से डरता है। इसने अपने जैसे ही एक अपराधियों की गैंग बना रखी है जो इसके जैसे ही कट्टर अपराधी है। आरोपियों के गैंग के कब्जे से अलग-अलग जगहों से 2 नग नकली पिस्टल, तलवार, चाकू, फरसा और कई अलग-अलग तरह के हथियार बरामद किये गये है। जो संभवतः ये लोगो को डराने धमकाने व अपराध करने में उपयोग करते थे।
आरोपीगण के पूरे गैंग पकड़े जाने से आस-पास के ग्रामवासियों ने खुले शब्दों में भिलाई पुलिस की प्रशंसा की है तथा राहत की सांस ली है। 72 घण्टों तक लगातार संचालित इस ऑपरेशन में थाना प्रभारी सुपेला निरीक्षक दुर्गेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में उप निरी. युवराज देशमुख, एल.एस. वर्मा, आरक्षक जुनैद सिद्दीकी, विकास तिवारी, तुषार, आशीष यादव, जयनारायण यादव की सराहनीय भूमिका रही है।
गिरफ्तार आरोपियों का नाम
(1) अमरजीत उर्फ मोण्टू पिता कृष्णा महेश्वरी
(2) हरेन्द्र उर्फ फोकली पिता कृष्णा महेश्वरी
(3) वरूण सोनकर पिता भगतराम सोनकर
(4) भोजराम निषाद पिता पुरूषोत्तम निषाद
(5) मनीष राव गायकवाड़ पिता संतोष राव
6) भूपत साहू पिता गणेश साहू साकिनान कचकोन थाना। आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 302, 364, 201, 120बी, 147, 148, 342, 109 के तहत कार्रवाई की गई है।